हल्द्वानी: बारिश का दौर कहर बरपा रहा है। पहाड़ी जिलों से लेकर कुछ मैदानी इलाकों में भी बादल खूब बरस रहे हैं। नदियां उफान पर हैं। रास्ते बंद हो गए हैं। इसका बड़ा असर रोडवेज बसों की रफ्तार पर भी पड़ा है। पिथौरागढ़, चम्पावत, अल्मोड़ा व चौखुटिया रूट की बसें एक से तीन घंटे लेट हो रही हैं।
बसों के संचालन पर खासा असर पड़ने से सवारियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। गौरतलब है कि बीते कुछ समय से कोरोना के चलते बसों के आवागमन में परेशानी थी। अब जब कोरोना ठीक हुआ तो दिक्कत देने की जिम्मेदारी बारिश ने उठा ली।
एक पहलू ये भी सामने आया है कि रोडवेज के पास पर्वतीय रूटों पर चलने वाली बसों का भी टोटा है। यही कारण है कि यात्री अतिरिक्त जेब खाली करा कर टैक्सियों में सफर करने को मजबूर हैं। दूसरी तरफ केमू का संचालन पूरी तरह शुरू ना होने से बसें पहाड़ों पर कम ही चल रही हैं।
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लाजमी है कि बारिश के कारण कई जगह भूस्खलन हुआ है। मार्ग आवाजाही के लिए बाधित हो गए हैं। तीन दिनी बारिश के कारण पहाड़ पर एक दर्जन से अधिक मार्ग बंद हो गए थे। जिन्हें खोलने में लोनिवि को व स्थानीय प्रशासन को घंटों मशक्कत करनी पड़ी।
रोडवेज की भी कई बसें इन्हीं रास्तों पर फंस गई। हल्द्वानी स्टेशन के इंचार्ज रवि शेखर कापड़ी के अनुसार पिथौरागढ़ समेत अन्य रूटों पर बसों को इसी कारण से आने-जाने में देरी हुई। हालांकि, चालक-परिचालकों से कहा गया है कि कच्ची सड़कों पर गाड़ी न डाले। यात्रियों की सुरक्षा का खास ध्यान रखें।
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