हल्द्वानीः प्रदेश के जंगलो में लगी आग से राहत दिलाने के लिए इन्द्र देवता ने खुद नैनीताल पर मेहरबान हुए। सोमवार को आधे घंटे के लिए नैनीताल में जमकर बारिश हुई, जिसके बाद नैनीताल का मौसम सुहावना हो गया। यह बारिश सबसे जंगलों की आग बुझाने के लिए हुई के काफी अहम रही। प्रदेश में बदलते मौसम के साथ देहरादून का तापमान भी कुछ हद तक कम देखा गया। दोपहर बाद राजधानी में बादल घिरे रहने से वहां के लोगों को कुछ हद तक गर्मी से आराम मिला। राजधानी के साथ और भी कई क्षेत्रों में 15 मई तब बाद और बारिश की संभावना बताई जा रही है। प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में 14 मई को 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चलने के भी आसार लगाये जा रहे है। कई क्षेत्रो में ओले गिरने की भी सभावना है। यह जानकारी खुद मौसम केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने दी है। रविवार की सुबह से ही पिथौरागढ़ में धूप छाई रही है। दोपहर बाद मौसम ने कुछ हद तक नर्मी दिखाई। मुनस्यारी और धारचूला में हल्की बारिश ने एक बार फिर पहाड़ों के मौसम में ठंड बिखेर दी । रविवार को क्षेत्र में धुंध छाई रही है। कुछ क्षेत्रो में बारिश के आसार बने रहे पर बारिश नहीं हुई। मौसम के बदलते मिजाज ने गर्मी से काफी राहत दिलाई। केदारनाथ में लगातार मौसम बदलता रहा और रविवार की सुबह से ही बर्फबारी होती रही, इस बर्फबारी ने कड़ाके की ठंड कर दी। धाम में करीब चार इंच तक इस सीजन की बर्फ जम चुकी है, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है। अगर चमोली जिले की बात कि जाये तो बदरीनाथ धाम की चोटियों के साथ ही हेमकुंड साहिब, रुद्रनाथ, फूलों की घाटी, घांघरिया, लाल माटी सहित ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हुई। रविवार को भी बदरीनाथ धाम की चोटियों के साथ ही हेमकुंड साहिब, रुद्रनाथ, फूलों की घाटी, घांघरिया, लाल माटी सहित ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हुई। जबकि बदरीनाथ धाम में बर्फबारी हुई। जिले के निचले क्षेत्रों में दोपहर बाद बारिश हुई, जिससे मौसम में ठंडक आ गई। बारिश-बर्फबारी से हेमकुंड साहिब मार्ग पर बर्फ हटाने का काम प्रभावित हुआ।