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नैनीताल को साफ सुथरा रखने के लिए नगर पालिका का मास्टर प्लान, लेक वार्डन की होगी तैनाती


हल्द्वानी: सरोवर नगरी की सफाई व्यवस्था पर नगर पालिका का ध्यान गया है। जल्द ही नैनीताल की प्रसिद्ध झील और शहर के कई एक वार्डों की सफाई की देखरेख करने के लिए लेक वार्डन तैनात किए जाएंगे। नगर पालिका के कर्मियों को ही इन पदों पर तैनात किया जाएगा। आशंका है कि जल्द ही प्रस्ताव को बैठक में पास किया जाएगा।

देश-विदेशों के पर्यटक यहां पहुंचते हैं तो कई दफा इधर उधर कूड़ा फैला होने से नैनीताल को शर्मसार होना पड़ता है। झील भी काफी गंदगी से भरी रहती है। पालिका रोज़ के रोज़ कूड़े की व्यवस्था तो करती है मगर इसे फैलाने वालों को पकड़ने की ज़िम्मेदारी किसी की नहीं है। लिहाज़ा लेक वार्डन इन्हीं पर सख्त निगरानी रखेंगे। नियमों का उल्लंघन करने पर चालानी कार्रवाई भी की जाएगी।

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बहरहाल यह प्रस्ताव पारित होते ही नैनी झील की सफाई व्यवस्था पर लटक रहे प्रश्न चिन्ह को उत्तर मिल जाएगा। साथ ही कई नौका चालक बिना लाइफ जैकेट के भी नौकायन करा रहे हैं। वार्डन की तैनाती से इस पर भी लगाम कसी जा सकेगी। मछलियों को खाद्य सामग्री खिलाने वालों पर भी रोक लगाई जा सकेगी।

ईओ अशोक वर्मा ने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि लेक वार्डन तैनात करने की योजना पर काम चल रहा है। इन पदों पर पालिका कर्मियों की तैनाती की जाएगी। बकायदा लेक वार्डनों को चालान करने के अधिकार भी दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि जल्द ही बोर्ड बैठक में प्रस्ताव को पास कराकर ज़मीन स्तर पर लाया जाएगा।

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ईओ ने यह भी बताया कि ऐसा नहीं है यह योजना पहली बार शुरू होने वाली है। पूर्व में भी शहर की सफाई व्यवस्था के लिए लेक मॉनिटरिंग कमेटी और लेक वार्डन हुआ करते थे। मगर तब इसकी पूरी ज़िम्मेदारी क्षेत्र के लोगों अथवा जनप्रतिनिधि को दी जाती थी। जिसमें लोग निःशुल्क कार्य किया करते थे।

अब हुआ यूं कि क्षेत्रीय लोगों को ही चालान करने का अधिकार मिला था, तो विरोध होना शुरू हो गया। जिस कारण इस योजना को ठीक से नहीं चलाया जा सका। ऐसे में अब कि बार पालिका कर्मियों को इसमें शामिल करने से योजना में पारदर्शिता बढ़ेगी। विभागीय कर्मचारी होने के कारण तैनात व्यक्ति जिम्मेदारी के साथ काम करेगा।

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