हल्द्वानी: कोरोना काल की शुरुआत में लगे लॉकडाउन के चलते पर्यटन से जुड़े लोगों को खासा नुकसान हुआ था। मगर जब से उत्तराखंड सरकार ने पर्यटकों को प्रदेश में घूमने की अनुमति दी है, तभी से सरोवर नगरी में सैलानियों की भीड़ भाड़ लगी हुई है। टैक्सी चालकों को भी अनलॉक के बाद यात्रियों की आवाजाही से खासा फायदा पहुंच रहा है। मगर इस बार नैनीताल से एक दुखद घटना सामने आई है। दरअसल शहर में पर्यटकों को घुमा रहे एक टैक्सी चालक की गाड़ी चलाते समय हार्ट अटैक आने के कारण मौत हो गई।
नैनीताल में सैलानियों को घुमाने हिमालय दर्शन जा रहे टैक्सी चालक को चलती कार में ही दिल का दौरा पड़ गया। जिसके बाद गाड़ी अनियंत्रित हो गई और सड़क किनारे स्थित एक दुकान पर टकराकर रुक गई। बहुत जल्दबाज़ी में लोग वाहन चालक को अस्पताल लेकर पहुँचे। जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
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दरअसल अनलॉक होने के बाद से ही सैलानी जम कर, भारी तादाद में सरोवर नगरी पहुंच रहे हैं। जिसके चलते टैक्सी चालकों को भी अच्छी आमदनी हो रही है। जानकारी के अनुसार टैक्सी चालक मोहम्मद फारुख नैनीताल के मेट्रोपोल कंपाउंड में रहता था। फारुख मंगलवार की दोपहर सैलानियों को अपनी टैक्सी में ले कर हिमालय दर्शन की ओर रवाना हुआ था। वह हिमालय दर्शन पहुंचता, इससे पहले ही उसको दिल का दौरा पड़ गया और दर्द के चलते कार उसके हवाले से छूट अनियंत्रित अवस्था में चले गई।
इससे पहले की वाहन में बैठे पर्यटक कुछ करने का सोचते, गाड़ी सड़क किनारे स्थित एक दुकान से जा कर टकरा गई और रुक गई। जिसके बाद वाहन में सवार सैलानियों ने ड्राइवर को प्राथमिक उपचार देने की भी कोशिश की। मगर विफल होने के बाद, वहां पर मौजूद स्थानीय निवासी नरेंद्र सिंह रावत चालक को अपने वाहन में लेटा कर बीडी पांडे अस्पताल ले गए। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिजनों को सूचना मिलते ही, उनके सिर पर मुश्किलों का पहाड़ टूट पड़ा और वे भागे भागे अस्पताल पहुंचे। मोहम्मद फारुख के निधन के बाद से ही परिवार में शोक की लहर है और कोहराम मचा हुआ है।
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