हल्द्वानी: सकारात्मकता इस धरती पर मौजूद सबसे बेहतर साधन है किसी भी बीमारी या संकट को भगाने के लिए। एक तरफ जहां कोरोना महामारी दिन प्रतिदिन पैर पसार रही है, वहीं दूसरी तरफ कई लोग इस महामारी से पार भी पा रहे हैं। सीओ लालकुआं ने कोरोना से लड़ते हुए सकारात्मक रुख अपनाने का असली किस्सा साझा किया है, जो हर किसी के काम आ सकता है।
खुद कोरोना संक्रमित पाए गए सीओ लालकुआं प्रमोद शाह ने वीडियो जारी करते हुए जानकारी दी है कि उनका पूरा परिवार कोरोना से जूझ रहा है। बता दें कि परिवार में उनकी 86 वर्षीय माताजी भी शामिल हैं। इस वीडियो में उन्होंने कोरोना से लड़ने के लिए कई ज़रूरी तरीकों पर गौर किया है।
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सीओ प्रमोद शाह ने बताया कि वे सब घर पर ही आइसोलेट हैं और अपना उपचार करा रहे हैं। वे वीडियो में आगे कहते हैं कि सबसे महत्वपूर्ण है निराशा को ज़्यादा हावी ना होने देना। अपने मनपसंद कार्य करते रहने हैं। इसी वीडियो में उन्होंने अपनी मां से जुड़ा एक किस्सा सुनाया जो कि बहुत अहम है।
हुआ यह कि सीओ प्रमोद शाह की मां का ऑक्सीजन लेवल घटकर 90 प्रतिशत पर पहुंच गया था। जिसके बाद उन्होंने अपना पसंदीदा काम यानी भजन करना शुरू किया। उनका मन खुश हुआ तो 15 ही मिनट में ऑक्सीजन लेवल पांच प्रतिशत बढ़ गया। इससे पता लगता है कि कोरोना तब हावी होगा जब हम डर जाएंगे।
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सीओ प्रमोद शाह ने बताया कि उम्मीद की किरण किसी भी बीमारी को हराने में सक्षम होती है। घर में रहकर व्यायाम व योग और डॉक्टर की बताई दवा लेने से कोरोना को हराया जा सकता है। इसके अलावा आप अपनी पसंद के अनुसार दोस्तों व स्वजनों से फोन पर बात, बागवानी व अन्य कार्य कर सकते हैं।
देखा जाए तो कोरोना महामारी से निपटने का सबसे सही तरीका यही है कि आप घबराएं नहीं। क्योंकि कई विशेषज्ञों ने यह भी बताया है कि घबराने, डरने या नेगेटिव रहने से मनुष्य के शरीर की इम्यूनिटी कम हो जाती है। जो कि महामारी को और घातक बना देती है। इलिए कोशिश सकारात्मक रहने की ही करनी है।
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