नैनीताल: डीएम सविन बंसल सूखाताल झील को नया जीवन देने के प्लान में जुट गए हैं। इस संबंध में उन्होंने टाईटन कम्पनी के सीएसआर से बैठक की। बैठक में कम्पनी के सीएसआर हैड अश्वनी ने बताया कि कम्पनी द्वारा सीएसआर मद से प्रथम फेज में सूखाताल झील की जल संचयन क्षमता बढ़ाने का प्रस्ताव रखा गया है तथा द्वितीय व तृतीय फेज में अन्य कार्य किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में कम्पनी द्वारा झील की जल संचयन क्षमता बढ़ाने के लिए 2.5 मीटर गहराई तक खुदाई कर झील का क्षेत्र विस्तार निर्धारित किया जाएगा तथा उसके बाद झील का सौन्दर्यकरण आदि का कार्य किया जाएगा।
डीएम बंसल ने झील की धमनियां कहे जाने वाले नालों एवं रिचार्ज जोन के बारे में कार्य योजना के बारे में बैठक में मौजूद कंपनी के अधिकारियों ने बताया गया कि अभी इस प्रकार की कोई जानकारी नहीं जुटायी गयी है। डीएम बंसल ने कहा कि कम्पनी द्वारा झील के सुधारीकरण एवं सौन्दर्यकरण के लिए किए जाने वाले कार्यों की साइंटिफिक एवं सिस्टमेटिक कार्य योजना दिखाने के उपरान्त ही जल संस्थान, सिंचाई, पालिक व लेक सेफ्टी कमेटी की सहमति के आधार पर कार्य करने की स्वीकृति प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि कार्य योजना में हाईकोर्ट के आदेशों का भी विशेष ध्यान रखा जाए।
डीएम बंसल ने जल संस्थान, सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि कम्पनी को कार्य योजना तैयार करने में पूरी मदद करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि कुमाऊॅ विश्वविद्यालय के भू-वैज्ञानिक, जल संस्थान, सिंचाई विभाग, पालिका व कम्पनी द्वारा संयुक्त रूप से झील व झील के रिचार्ज जोन एवं नालों का टैक्नीकल सर्वे किया जाए।
सर्वें में मदद के लिए ज्योलाॅजिकल डिपार्टमेंट से कैचमेंट एरिया सम्बन्धित नक्शा तथा ड्रेनेज चैक करने के लिए 1978 के नकशों का प्रयोग किया जाए। उन्होंने कहा कि झील, नालों की वर्तमान स्थिति के लिए एनआएसए से सैटेलाईट ईमेज भी प्राप्त की जाए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी विनीत कुमार, प्रबन्ध निदेशक केएमवीएन रोहित कुमार मीणा, जिला विकास अधिकारी रमा गोस्वामी, अधीक्षण अभियंता जल संस्थान एएस अंसारी, अधिशासी अभियंता एसके उपाध्याय, विशाल कुमार, सिंचाई हरीश चन्द सिंह के अलावा कम्पनी के प्रतिनिधि एनके भट्ट, कविता आदि मौजूद थे।