Bank: Atm: Charges: 1 मई 2025 से एटीएम से जुड़े नियमों में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। अब बैंक एटीएम से नकद निकासी पर ज्यादा शुल्क वसूलेंगे। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एटीएम लेनदेन पर लगने वाले शुल्क में बढ़ोतरी की मंजूरी दे दी है, जो मई की शुरुआत से लागू हो जाएगी। इसके साथ ही एटीएम से मुफ्त लेनदेन की सीमा और ट्रांजेक्शन लिमिट में भी बदलाव संभव है। आरबीआई का कहना है कि यह कदम ग्राहकों से वसूले जाने वाले शुल्क में पारदर्शिता लाने और एटीएम नेटवर्क को अधिक लचीला बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है।

देश के प्रमुख बैंक जैसे भारतीय स्टेट बैंक (SBI), एचडीएफसी बैंक, पंजाब नेशनल बैंक (PNB) और कोटक महिंद्रा बैंक पहले ही इस बारे में अपने ग्राहकों को सूचित कर चुके हैं कि मुफ्त एटीएम लेनदेन की निर्धारित सीमा के बाद अब उन्हें ज्यादा शुल्क देना होगा। SBI ने सबसे पहले नई शुल्क व्यवस्था की घोषणा की थी, जो 1 फरवरी से लागू कर दी गई थी। बैंक ने कहा कि इस बदलाव का मकसद शुल्क ढांचे को सरल बनाना, डिजिटल लेनदेन को प्रोत्साहन देना और मेट्रो व गैर-मेट्रो शहरों में लेनदेन की सीमा को एक समान करना है।
HDFC बैंक के नए ATM चार्ज
HDFC बैंक की वेबसाइट के अनुसार, 1 मई से निशुल्क लेनदेन सीमा पार करने पर कैश विड्रॉल के लिए प्रति लेनदेन शुल्क 21 रुपये से बढ़ाकर 23 रुपये (जीएसटी अतिरिक्त) कर दिया जाएगा। यह शुल्क सिर्फ नकद निकासी पर लागू होगा। बैलेंस पूछताछ, मिनी स्टेटमेंट और पिन बदलने जैसे गैर-वित्तीय लेनदेन पर कोई शुल्क नहीं लगेगा।
हालांकि, अगर ग्राहक किसी गैर-HDFC बैंक के ATM का इस्तेमाल करते हैं, तो न सिर्फ नकद निकासी बल्कि गैर-वित्तीय सेवाओं पर भी चार्ज वसूला जाएगा।
PNB का बदला शुल्क ढांचा
पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने जानकारी दी है कि 9 मई 2025 से अन्य बैंकों के ATM पर निशुल्क सीमा से अधिक वित्तीय लेनदेन पर 23 रुपये और गैर-वित्तीय लेनदेन पर 11 रुपये प्रति ट्रांजेक्शन (GST अतिरिक्त) वसूले जाएंगे।
इंडसइंड बैंक की नई दरें
इंडसइंड बैंक के अनुसार, उसके ग्राहक अगर किसी अन्य बैंक के ATM से मुफ्त सीमा से ज्यादा कैश निकालते हैं, तो उन्हें 1 मई से प्रति लेनदेन 23 रुपये चुकाने होंगे। यह बदलाव बैंक के सभी खाताधारकों – सेविंग्स, वेतन, एनआर और करंट अकाउंट – पर लागू होगा।
RBI की गाइडलाइंस क्या कहती हैं?
भारतीय रिजर्व बैंक ने स्पष्ट किया है कि मेट्रो शहरों में ग्राहक हर महीने अधिकतम 3 बार और गैर-मेट्रो शहरों में 5 बार मुफ्त एटीएम लेनदेन कर सकते हैं। यदि ग्राहक इस सीमा को पार करते हैं, तो बैंक उन्हें अधिकतम 23 रुपये प्रति लेनदेन शुल्क वसूल सकते हैं। यह नियम नकद निकासी के साथ-साथ गैर-वित्तीय सेवाओं पर भी लागू होगा। इतना ही नहीं, ये शुल्क कैश रिसाइकलर मशीन (CRM) पर होने वाले ट्रांजेक्शन (नकद जमा को छोड़कर) पर भी लागू होंगे।
SBI ने पहले ही लागू कर दिए नए नियम
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने 1 फरवरी 2025 से ही अपने ग्राहकों के लिए ATM लेनदेन की मुफ्त सीमा को अपडेट कर दिया है। अब SBI के खाताधारकों को हर महीने SBI ATM पर 5 और अन्य बैंकों के ATM पर 10 मुफ्त लेनदेन मिलेंगे।
हालांकि, ग्राहक के खाते में मिनिमम बैलेंस के अनुसार यह सीमा घट-बढ़ सकती है।
- ₹25,000 से ₹50,000 तक बैलेंस रखने वाले ग्राहक: अन्य बैंक के ATM पर 5 मुफ्त लेनदेन
- ₹50,000 से ₹1 लाख तक बैलेंस रखने वाले ग्राहक: समान लाभ
- ₹1 लाख से अधिक बैलेंस वालों को SBI और अन्य सभी बैंकों के ATM पर असीमित मुफ्त लेनदेन का लाभ मिलेगा।
SBI के ATM शुल्क
SBI ATM से सीमा पार करने पर: ₹15 + GST प्रति लेनदेन
अन्य बैंकों के ATM से: ₹21 + GST प्रति लेनदेन (मेट्रो व नॉन-मेट्रो दोनों क्षेत्रों में समान रूप से लागू)
