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काम की खबर, जरूरी दवाओं के दाम 17 प्रतिशत तक घटे… ये रिपोर्ट जरूर देखिए

कुमाऊं में कोरोना का कहर देखिए, एक महीने में करोड़ों की बिकी हैं ये दवाइयां

देहरादून: राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एनपीपीए) ने कहा है कि जरूरी दवाओं की कीमतों में 17 फ़ीसदी तक गिरावट आई है। मेडिकल स्टोर में पेरासिटामोल दवा 1 रुपये से भी कम कीमत पर उपलब्ध होगी। संशोधन के बाद दवाओं की सूची में अब तक 651 दवाओं की कीमतों में गिरावट आई है। जानकारी के मुताबिक पेरासिटामोल 500 एमजी की गोली 15 फ़ीसदी तक सस्ती हुई। इस दवाई की एक गोली की कीमत अब 89 पैसे है, वहीं मधुमेह टाइप–2 के मरीजों के लिए मेटफार्मिन अब 2 रुपये में मिलेगी।

माना जा रहा है कि अगले 15 से 25 दिन में 200 से अधिक दवाओं की कीमतों में गिरावट देखने को मिलेगा। उच्च रक्तचाप, हृदयाघात जैसी बीमारियों में उपयोग होने वाली टेल्मिसर्टन दावा की कीमतों की तो यह दावा 7.65 फीसदी तक सस्ते दामों में उपलब्ध होगी। मेटमार्फिन भी 5.63 फीसदी तक सस्ती हुई।

एनपीपीए का कहना है कि दवा मूल्य नियंत्रण आदेश 2013 के तहत सरकार हर साल कीमतों की समीक्षा करती है। साल 2022 के नवंबर में आवश्यक दवाओं की सूची में संशोधन किया गया था। इस सूची में 870 तरह की दवाएं शामिल हैं। इनमें से 651 दवाओं की कीमतें कम हुई हैं। एक अप्रैल से आवश्यक दवाओं की अधिकतम कीमत में 12.12 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई, पर संशोधित सूची की समीक्षा के चलते दवाएं सस्ती हुई हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह दावा किया कि दवाओं की कीमतों में औसतन 16.62 फीसदी की कमी आई है जिसके चलते सालाना 3500 करोड़ रुपये की बचत होगी। साथ ही स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया का कहना है कि अगर कंपनी पूरा भी दाम बढ़ा ले, तब भी औसतन 6.73 फीसदी की कमी अनुमानित है।

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