देहरादून: कोरोना टीकाकरण अभियान जनवरी से चल रहा है। निजी अस्पतालों में भी टीकाकरण की व्यवस्था सुचारू रूप से चल रही है। मगर लोगों की शिकायत भी आ रही थी कि निजी अस्पताल अपनी मनमर्जी से रुपए वसूल रहे हैं। लेकिन अब यह मनमानी नहीं हो सकेगी। केंद्र सरकार के आदेशों के अनुसार राज्य में भी वैक्सीन के रेट तय हो गए हैं।
राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. कुलदीप सिंह मर्तोलिया ने सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को पत्र भेजकर इसकी निगरानी के निर्देश दिए हैं। इस व्यवस्था के लिहाज से ही दरें कोविन पोर्टल पर भी अपडेट कर दी गई हैं। आपको बता दें कि प्रदेश के निजी अस्पतालों को टीके सरकार ही उपलब्ध करा रही थी। इसकी कीमत निजी केंद्रों पर 259 रुपए थी। लेकिन 18-44 आयुवर्ग का टीकाकरण शुरू होने के साथ ही यह व्यवस्था खत्म हो गई।
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अब हो यह रहा है कि निजी अस्पताल खुद ब खुद कंपनी से टीका खरीद रहे हैं। नतीजतन राज्य में कई निजी अस्पतालों में वैक्सीन का अलग-अलग शुल्क वसूला जा रहा है। इसकी कीमत लगभग 900-1100 रुपये तक थी। इससे आमजनों को भी खासा नुकसान हो रहा था साथ ही कई राजनीतिक दल भी विरोध कर रहे थे। इसीलिए नई व्यवस्था के तहत अब हर एक अस्पताल में वैक्सीन का एक समान शुल्क लिया जाएगा।
डा. मर्तोलिया ने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा निजी अस्पतालों में वैक्सीन के रेट तय हो गए हैं। अब कोविशील्ड के लिए 780 रुपये, कोवैक्सीन के लिए 1,410 रुपये और स्पूतनिक-वी के लिए 1,145 रुपये का शुल्क फिक्स किया गया है। जिसमें पांच फीसद व 150 रुपये सर्विस चार्ज भी शामिल है। अगर किसी अस्पताल ने अब भी मनमानी की तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
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