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भारत के पूर्व खिलाड़ी का निधन, 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में निभाया था अहम रोल


नई दिल्ली: भारतीय टीम ने साल 2011 में दो अप्रैल के दिन 28 साल बाद वनडे वर्ल्ड कप अपने नाम किया था। श्रीलंका को हराने वाली भारतीय टीम (Indian cricket team) अपने घर पर विश्व कप जीतने वाली पहली टीम भी बनी थी। मगर 12 साल और चार दिन बाद इस जीत में अपना रोल निभाने वाले भारत के पूर्व खिलाड़ी ने अंतिम सांस ले ली है। फाइनल मैच की पिच तैयार करने वाले सुधीर नाईक ने 78 वर्ष की उम्र में दम तोड़ दिया।

आपको बता दें कि उन्होंने 2011 वर्ल्ड कप फाइनल (2011 World Cup Final Pitch) की भी पिच तैयार की थी, जिस पर भारत ने श्रीलंका को हराकर 28 साल बाद वर्ल्ड कप का खिताब जीता था। 1974 में तीन टेस्ट मैच खेलने वाले पूर्व सलामी बल्लेबाज सुधीर नाईक (Former Indian Opener Sudhir Naik) का बुधवार को निधन हो गया। मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) ने निधन की पुष्टि की है। बताया जा रहा है कि एक चोट के बाद उन्हें मुंबई के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह कोमा में चले गए और फिर कभी ठीक नहीं हो सके।

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भारतीय क्रिकेट जगत में नाईक का अच्छा नाम था और वह रणजी ट्रॉफी विजेता कप्तान भी थे। जिस सत्र में मुंबई ने खिताब जीता था, उस समय टीम में सुनील गावस्कर (Sunil Gawaskar), अजीत वाडेकर, दिलीप सरदेसाई और अशोक मांकड़ जैसे सितारे भी नहीं थे। उन्होंने 1974 में इंग्लैंड दौरे पर बर्मिंघम टेस्ट में पदार्पण किया जहां उन्होंने दूसरी पारी में अर्धशतक बनाते हुए 77 रन की पारी खेली थी।

बता दें कि सुधीर नाईक वनडे क्रिकेट में भारत (First Four in ODI by Indian batsmen) के लिए पहला चौका लगाने वाले बल्लेबाज भी थे। कुल मिलाकर उन्होंने 85 प्रथम श्रेणी मैच खेले और 35 से अधिक के औसत से 4376 रन बनाए, जिसमें एक दोहरा शतक सहित सात शतक शामिल रहे। नाईक ने कोच के रूप में जहीर खान को खासा सपोर्ट दिया। वह मुंबई चयन समिति के अध्यक्ष भी रहे। उन्होंने वानखेड़े स्टेडियम के क्यूरेटर के रूप में फ्री में कई साल काम किया।

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