हरिद्वार: उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के बीच कई सालों से संपत्ति बंटवारे का विषय एक बार फिर उठने लगा है। सोमवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत हरिद्वार पहुंचे और दोनों ने हरकी पैड़ी में पूजा अर्चना की।
इस दौरान पूर्व कांग्रेस नेता रीता बहुगुणा जोशी भी गंगा पूजन में शामिल हुई। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने गंगा मैया का दूध से अभिषेक किया। इस दौरान उन्होंने गंगा की स्वच्छता की शपथ भी ली।
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बताया जा रहा है कि पूजा के बाद दोनों प्रदेश के मुख्यमंत्रियों के बीच औपचारिक बैठक होनी है। प्रदेश में हरिद्वार ऐसा जिला है जहां परिसंपत्तियों को लेकर सर्वाधिक मामले लंबित हैं। जाहिर है ऐसे में दोनों नेताओं की हरिद्वार में मुलाकात को खास माना जा रहा है।
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उत्तराखण्ड को बनें 17 साल पूरे हो चुके है लेकिन इसके बाद भी संपत्ति के बंटवारों को लेकर उत्तर प्रदेश व देवभूमि आमने सामने होते हैं। करीब दो दशकों के बाद भी इनका हल नहीं निकला है।
पिछले साल विधानसभा चुनावों के बाद उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकारें बनीं तो मसले के हल के लिए उम्मीदें जगने लगीं। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी के दौरे से एक बार फिर उम्मीद जगने लगी है इस बार इन सभी मसलों का हल निकल जाएगा। इन मुद्दों को गंभीरता से लेते हुए योगी के हरिद्वार आगमन पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत विशेष तौर पर न केवल हरिद्वार पहुंचे, बल्कि रात्रि विश्राम भी उन्हीं के साथ किया।
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उत्तराखंड के शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने पत्रकारों को जानकारी दी कि दोनों प्रदेशों के मुख्यमंत्री पहली बार हरिद्वार में एक साथ होंगे। यह हरिद्वार के लिए ऐतिहासिक पल है। इसमें कोई कमी न रह जाए। इसका पूरा ख्याल रखा जा रहा है। इस मुलाकात यादगार बनाना उत्तराखंड सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा इस मुलाकात से दोनों प्रदेशों के विकास को नई गति मिलेगी।
यह है अहम मसले
- पंतद्वीप पार्किंग के ठेके को लेकर चल रहा विवाद
- वीआइपी घाट के नामकरण को लेकर चल रहा मामला
- कुंभ मेला क्षेत्र का मामला भी अभी अधर में