हल्द्वानी: देश में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने लगे हैं। सभी राज्यों की तरह उत्तराखंड ने भी बचाव के लिए जरूरी कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। उत्तराखंड सीमा में बाहर से आने वालों के सैंपल लिए जा रहे हैं। राज्य में उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों में रोजाना सैंकड़ों लोग यात्रा करते हैं। इसे देखते हुए विभाग ने कोरोना संक्रमण रोकथाम के लिए बस चालक और कंडक्टरों को जरूरी निर्देश दिए हैं। उनसे बस में यात्रा करने वालों की डिटेल लेने को भी कहा गया है। यात्रा से पहले यात्री को अपना पता, नंबर और यात्रा का पूरा विवरण देना होगा। वहीं देहरादून में दिल्ली जाते समय यह डिटेल आईएसबीटी बस अड्डे के कार्यालय में जमा करायी जा रही है। अगर कोई कोरोना संक्रमित पाया जाता है तो इस जानकारी का इस्तेमाल किया जा सकता है।
बस अड्डे पर आने वाले हर यात्री के बारे में भी सूचना इकट्ठा की जा रही है। परिवहन विभाग ने दिल्ली रूट की सभी बसों के कंडक्टर को यात्रियों का पूरा डाटा रखने के निर्देश जारी किए हैं। वहीं कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बाद हल्द्वानी से दिल्ली जाने वाले यात्रियों की संख्या में कमी आई है।कुमाऊं से प्रतिदिन करीब 60 से ज्यादा रोडवेज बसें दिल्ली जा रही हैं। इसमें साधारण, एसी, वोल्वो और जनरथ जैसी बसें शामिल हैं। संक्रमण रोकथाम के लिए परिवहन विभाग हर जरूरी एहतियात बरत रहा है। दिल्ली रूट पर चलने वाली बसों को पूरी तरह से सैनेटाइज करा कर भेजा जा रहा है।
उत्तराखंड में कोरोना मरीजों की मौत का आंकड़ा 1200 पार हो गया है। शुक्रवार को पांच कोरोना मरीजों ने दम तोड़ा है। वहीं, 530 नए संक्रमित मिले हैं। राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 73527 हो गई है। इसमें ठीक होने वालों की संख्या 66855 है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार शुक्रवार को 12492 सैंपलों की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है। मैदानी जिलों के साथ पर्वतीय जिलों में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। देहरादून जिले में सबसे अधिक 168 लोग संक्रमित पाए गए। नैनीताल में 69, चंपावत में 45, हरिद्वार में 43, पौड़ी में 40, चमोली में 38, ऊधमसिंह नगर में 33, पिथौरागढ़ में 25, अल्मोड़ा में 22, रुद्र्रप्रयाग में 20, टिहरी में 11, उत्तरकाशी व बागेश्वर जिले में आठ-आठ संक्रमित मरीज सामने आए हैं।