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उत्तराखंड: पहाड़ों के लिए बसों की संख्या में होगी बढ़ोतरी,कम पैसों में पूरी होगी यात्रा…

Uttarakhand Tourism: Uttarakhand Roadways Bus Services:

उत्तराखंड में कुमाऊं और गढ़वाल के दुरदर्राज पर्वतीय क्षेत्रों के लिए बंद हुई रोडवेज बस सेवा अब फिर से सुचारु की जा सकती है। बृहस्पतिवार को परिवहन निगम के निदेशक मंडल की बैठक में पहाड़ी रूट पर चलने के लिए 130 बसों की खरीद को स्वीकृति मिल चुकी है। खरीद के इस अहम् निर्णय के बाद जल्द ही परिवहन निगम बसों की खरीद के लिए आर्डर भी दे सकता है। पर्वतीय क्षेत्रों में रोडवेज बसों का संचालन सभी के लिए उचित दामों में यात्रा करने का प्रथम साधन है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में कई पर्वतीय क्षेत्रों में बंद हुई बस सेवा ने स्थानीय लोगों एवं पर्यटकों को चिंता में डाला हुआ है। उन सभी के पास ज़्यादा पैसे देकर टैक्सी में यात्रा करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है।

पर्वतीय क्षेत्रों से सामने आ रही इस गंभीर समस्या पर मनन करते हुए परिवहन निगम ने 130 नई बस खरीद कर ठप पड़ी सभी बस सेवाएं पुनः सुचारू करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय निगम ने पहाड़ के बस डिपों की खस्ता हालत को देखते हुए लिया है। इन सभी डिपो में ना तो कोई रोडवेज की बस देखने को मिलती और ना ही इनके होने से किसी को रोजगार का अवसर मिल पाता है। बेकाम हो चुके रोडवेज डिपो और ठप हो चुकी बस सेवा के कारण स्कूली और कॉलेज के विद्यार्थियों को अधिक मूल्य चुकाकर टैक्सी में सफर करना पड़ता है और जिनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होती उनके जीवन में पढ़ाई के संघर्ष के साथ पढ़ाई करने के लिए भी संघर्ष बढ़ जाता है।

हल्द्वानी में पिछले कुछ वर्षों से पर्वतीय क्षेत्रों के लिए चलने वाली 15 से अधिक बस सेवाएं बंद हुई हैं। रोडवेज के कर्मचारियों द्वारा बीते वर्षों में कई बार इन सेवाओं को पुनः सुचारू करने हेतु मांग होती आई हैं लेकिन उनकी हर मांग पर उच्चाधिकारी खामोश बने रहे हैं। कई वर्षों के बाद अब रोडवेज प्रबंधन ने जनसामान्य की समस्या दूर करने एवं अपने राजस्व को बढ़ाने की सुध ली है। सूत्रों से मिल रही खबर के अनुसार निगम ने पहाड़ क्षेत्रों से दिल्ली एनसीआर के लिए 100 डीजलयुक्त बसें और मैदानी जगहों से दिल्ली जाने के लिए 75 सीएनजी बसें खरीदने और 100 सीएनजी बसें अनुबंध के आधार पर लगाए जाने का फैसला लिया है। यानी कुल 275 बसे खरीदी जाएगी। निगम के इस निर्णय के बाद आशा है कि जल्द ही हल्द्वानी, रामनगर, ऋषिकेश और देहरादून जैसे मैदानी शहरों से पहाड़ के विभिन्न रुटों पर रोडवेज की नई बसें संचालित होंगी।

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