देहरादून: प्रदेश में अब हालात बेकाबू होने लगे हैं। हालांकि हमें ये नहीं भूलना चाहिए कि कई एक लोग रिकवर भी कर रहे हैं। मगर संक्रमण के खतरे को भी भूल कर नहीं बैठा जा सकता। इसी दिशा में पिछले कुछ समय से उत्तराखंड सरकार भी बैठकों में लगी हुई है। प्रदेश में फिलहाल कई जिलों में कर्फ्यू लगाया गया है। मगर अब सरकार दो दिन के अंदर कोई बड़ा फैसला ले सकती है।
दरअसल कोविड रोकथाम को लेकर आगामी 10 मई को उत्तराखंड सरकार बड़ा फैसला लेगी। यह बात खुद शासकीय प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कही है। उन्होंने कहा कि “कोविड-19 संक्रमण उत्तराखंड के गांवों तक पहुंच गया है। कर्फ्यू लगने के बावजूद संक्रमण का बढ़ना चिंता का विषय है।” लिहाजा अगर सरकार कोई फैसला लेती है तो वो लॉकडाउन से जुड़ा हो सकता है।
याद रहे कि उत्तराखंड में हाल ही में हुई कैबिनेट मीटिंग या मंत्रियों की अनौपचारिक बैठक से पहले भी यह बातें उठ रही थी कि प्रदेश में लॉकडाउन लगा दिया जाएगा। मगर ऐसा नहीं हुआ बल्कि कोरोना कर्फ्यू को ही बढ़ाया गया। साथ ही सरकार द्वारा यह कहा गया है कि कर्फ्यू को मानकों को सख्त किया जाए।
अब फिलहाल राज्य सरकार द्वारा देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर जिले समेत आठ नगर निगमों के संपूर्ण क्षेत्रों में कोविड कर्फ्यू लगा हुआ है। पहले यह कोविड कर्फ्यू छह मई की सुबह पांच बजे तक के लिए चुनिंदा क्षेत्रों में कोविड कर्फ्यू लगाया गया था। यह बात भी सामने आई थी कि सरकार फिलहाल लॉकडाउन लगाने के मूड में नहीं है इसलिए कोरोना कर्फ्यू का ही विस्तार किया जा रहा है।
छह मई से पहले ही सरकार द्वारा कर्फ्यू को आगामी दस मई तक के लिए बढ़ा दिया था। इसे एक तरीके का मिनी लॉकडाउन भी कहा जा रहा है। इसमें कंटेनमेंट जोन पर फोकस करने और लोगों के आवागमन को सीमित करने पर जोर दिया गया है। सरकार फिलहाल इसी राह पर आगे बढ़ रही है। मगर अब बढ़ते संक्रमण के बाद सरकार अपना मन बदल सकती है। मंत्री सुबोध उनियाल की बात भी इसी ओर इशारा कर रही है। यह तो वक्त ही बताएगा कि आने वाले 10 मई तक क्या होगा।
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