देहरादून: सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के जरिए सस्ता राशन लेने वाले ग्राहकों को कन्ट्रोल ( सस्ते गल्ले की दुकानों ) से अब रसीद भी मिलेगी। इसके लिए राज्य सरकार साढ़े छह हजार से अधिक सस्ते गल्ले की दुकानों पर बायोमीट्रिक मशीनें और लैपटाप दे दिए हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जल्द ही प्रदेश में स्मार्ट राशन कार्ड योजना का शुभारंभ करेंगे। इसके बाद क्यूआर कोड वाले स्मार्ट राशन कार्ड बनने से सस्ता राशन वितरण ऑनलाइन हो जाएगा और धंधाली भी कम होगी। स्मार्ट राशन कार्ड से उपभोक्ता प्रदेश के किसी भी सस्ते गल्ले की दुकान से प्रति माह मिलनेे वाला राशन खरीद सकते हैं। साथ ही उपभोक्ता सस्ता राशन की पिछले तीन माह तक की रसीद भी ले सकते हैं। इसके अलावा ग्राहकों को भी यह जानकारी मिलेगी कि प्रति माह सस्ते गल्ले की दुकान से उसे कितना राशन दिया गया और सरकारी रिकॉर्ड में कितना राशन दिखाया गया है।
राज्य में पहली बार प्रदेश में शुरू हो रही स्मार्ट राशन कार्ड योजना में 23 लाख परिवारों को नए कार्ड बनाए जाएंगे। स्मार्ट कार्ड के लिए राशन कार्ड और आधार को लिंक करना होगा। बता दें प्रदेश में अब तक केंद्र से लगभग 65 प्रतिशत राशन कार्डों का आधार सत्यापन हो चुका है।
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के सचिव सुशील कुमार ने बताया कि सस्ता राशन वितरण में ऑन लाने के लिए पूरा सिस्टम ऑनलाइन किया जा रहा है। स्मार्ट राशन कार्ड का टेंडर जारी होने के बाद प्रिटिंग भी शुरू हो चुकी है। स्मार्ट कार्ड से जहां उपभोक्ताओं को राशन लेने में आसानी होगी। वहीं, राशन वितरण का सारा डाटा ऑनलाइन किया जाएगा।