हल्द्वानी: आज भारत और बांग्लादेश के बीच अंडर-19 क्रिकेट विश्वकप का फाइनल खेला जाना है। भारतीय टीम 4 बार विश्वकप जीत चुकी है और आज वह पांचवी बार उसे अपनी झोली में डालने के लिए उतरेगी। भारतीय टीम की चैपिंयन टीम का हिस्सा बनने का सौभाग्य उत्तराखणअड के बच्चों को भी मिला है। मनीष पांडे, उन्मुक्त चंद, कमलेश नगरकोटी और हल्द्वानी के आर्यन जुयाल भारत की विश्वविजेता टीम के सदस्य रह चुके हैं। इस बार भारतीय टीम में शामिल शाश्वत रावत भी उत्तराखण्ड के अल्मोड़ा के रहने वाले हैं। पूरे देवभूमि को उम्मीद है कि भारतीय टीम इस मुकाबले को जीतेगी और शाश्वत भी विश्वकप की महान लिस्ट में अपना नाम दर्ज करने में कामयाब रहेगा।
क्रिकेट और उत्तराखण्ड कनेक्शन की बात करें तो साल 2008 में भारत ने विराट कोहली की कप्तानी में विश्वकप के खिताब को दूसरी बार अपने नाम किया था। भारत ने फाइनल में साउथ अफ्रीका को हराया था। इस टीम में उत्तराखण्ड के मनीष पांडे ( बागेश्वर) की शामिल थे। पांडे इसके बाद आईपीएल में खेले और दूसरे सीजन में उन्होंने आरसीबी के लिए शतक भी जड़ा। वह भारत की ओर से टी-20 में पहला शतक जमाने वाले बल्लेबाज हैं। मौजूदा वक्त में पांडे भारतीय सीनियर टीम के सदस्य हैं।
साल 2012 में उन्मुक्त चंद की कप्तानी में भारत ने तीसरी बार खिताब को अपने नमा किया। भारत ने फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को मात दी। इस मुकाबले में उत्तराखणड पिथौरागढ़ के रहने वाले उन्मुक्त चंद ने शानदार शतक जमाया था। उसके बाद चंद को चैपिंयन लीग खेलने का मौका मिला। लेकिन साल 2013 आईपीएल चंद के लिए बुरे सपने की तरह रहाऔर भारतीय क्रिकेट का सितारा तब से अपने नाम को एक बार फिर स्थापित करने में लगा हुआ है।
साल 2018 में भारतीय टीम ने पृथ्वी शॉ की कप्तानी में चौथी बार खिताब को अपने नाम किया। इस बार उत्तराखण्ड के कमलेश नगरकोटी ( बागेश्वर) और आर्यन जुयाल ( हल्द्वानी) टीम का हिस्सा था। कमलेश नगरकोटी की गेंदबाजी ने पूरे विश्व को प्रभावित किया था। लेकिन इसके बाद ये तेज गेंदबाज इसके बाद चोट के चलते मैदान से बाहर है। वहीं आर्यन जुयाल को विश्वकप में तो केवल दो मुकाबले खेलने को मिले थे। लेकिन इसके बाद उन्होंने घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया। वह अंडर-19 टीम इंडिया के कप्तान भी बनें। उन्हें भारतीय अंडर-23 टीम के लिए भी चुना गया। मौजूद वक्त में वह उत्तर प्रदेश रणजी टीम के सदस्य हैं। इस सीजन में उनके बैट से एक शतक और दो फिफ्टी निकल चुकी है।
जिस फॉर्म में टीम इंडिया इस विश्वकप में खेली है उसे तो साफ है को वो फेवरेट है। लेकिन बांग्लादेश ने पिछले कुछ सालों में भारत को अच्छी टक्कर दी है और हराया भी है। टीम इंडिया को बांग्लादेश को हल्के में लेने से बचना होगा नहीं तो नतीजा साल 2016 विश्वकप फाइनल की तरह हो सकता है, जहां भारत को वेस्टइंडीज ने मात दी थी।