हल्द्वानी: उत्तराखंड (Uttarakhand) सरकार लॉकडाउन के बीच फंसे लोगों को घर पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। इसके लिए Uttarakhand सरकार ने एक पंजीकरण लिंक जारी किया है और इसके अलावा 15 हेल्पलाइन नंबर भी दिए हैं।
सरकार की ओर से जानकारी मिली है कि उत्तराखंड से बाहर दूसरे राज्यों में फंसे 87 हजार लोग घर वापसी के लिए पंजीकरण करवा चुके हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने फंसे लोगों की सुरक्षित वापसी के लिए उच्च अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। सीएम आवास पर शुक्रवार शाम हुई बैठक में लोगों को वापस लानें के बिंदुओं पर बात हुई है।
राज्य के अंदर ही फंसे लोगों को घर लाने के लिए परिवहन निगम को निर्देश सरकार ने दे दिए हैं। एक जिले से दूसरे जिले में जाने वाले लोगों को लाने ले जाने की प्रक्रिया रविवार से शुरू होगी। इसके अलावा अन्य राज्यों से लाए जाने वाले लोगों के लिए प्रदेश सरकार ने शनिवार को एसओपी जारी किया है। एसओपी में प्रक्रिया तय की गई है कि तरह स्वास्थ्य जांच से लेकर होम या संस्थागत क्वांरटीन की व्यवस्था बनाई जाएगी। इसे दूसरे राज्यों के साथ साझा किया जाएगा, जिसके बाद बसों और ट्रेनों से वापसी करवाई जाएगी।
पिछले तीन दिन से सरकार फंसे हुए लोगों का डाटा एकत्र कर रही है। मिल रही जानकारी के अनुसार दिल्ली से 26 हजार लोगों का पंजीकरण हो चुका है। सरकार के पास पहले से 35 हजार का डाटा था, लेकिन दो दिनों में ऑनलाइन और कॉल सेंटरों के माध्यम से हजारों लोगों ने पंजीकरण करवाया है। यह आंकड़ा आने वाले दिनों में और बढ़ेगा। दक्षिण भारत से भी कई लोगों ने पंजीकरण करवाया है। दूसरे राज्यों में फंसे लोगों को वापस लाने के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने रेल मंत्री पीयूष गोयल से 12 विशेष ट्रेन चलाने का अनुरोध किया है।
उत्तराखंड ने सरकार द्वारा (Registration Link) के साथ कुछ फोन नंम्बर्स (Helpline Numbers) जारी किए हैं, जिनमें बाहरी राज्यों में फंसे लोग अपना विवरण दर्ज करा सकते हैं। यह फोन नंम्बर्स लोगों की जानकारी जुटाने में बहुत मददगार साबित होंगे। आप ये नंबर नोट कर लीजिए