देहरादूनः कांवड़ यात्रा पूरे भारत में मशहूर है। लाखों यात्री कांवड़ यात्रा करते हैं और गंगाजल लेने हरिद्वार पहुंचते हैं। लेकिन इस साल कोरोना के चलते कांवड़ यात्रा रद्द कर दी गई है। कांवड़ यात्रियों पर पूरी तरह से रोक लगाने के लिए हरिद्वार,उत्तर प्रदेश और हरियाणा पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने बुधवार को इस संदर्भ में कई बड़े नियम बनाए। तीनों राज्यों के अधिकारियों की बैठक में यह तय किया गया कि बिना अनुमति हरिद्वार जिले की सीमा में यात्रियों को प्रवेश नही करने दिया जाएगा। अगर कोई भी यात्री गंगाजल लेने के लिए आता है या गंगाजल लेते हुए पकड़ा गया तो उसे 14 दिन के लिए संस्थागत क्वारंटाइन किया जाएगा। इतना ही नही क्वारंटाइन का खर्च भी यात्रियों को अपनी जेब से भरना होगा।
बता दें कि कलक्ट्रेट सभागर में बुधवार को हरियाणा के यमुनानगर, करनाल, उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बिजनौर और हरिद्ववार के पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों की समन्वय बैठक हुई। बैठक में लोगों की सुरक्षा हेतु इस साल कांवड़ यात्रियों पर पूरी तरह से प्रतिबंध रखने पर सहमति बनी। डीएम हरिद्वार सी रविशंकर का कहना है कि कोरोना के वजह से इस साल कांवड़ यात्रा को स्थगित किया गया है।
अधिकारियों ने निर्णय लिया है कि स्थगित की गई कांवड़ यात्रा में हरिद्वार आने कि लिए किसी भी प्रकार की रियायत नहीं दी जाएगी। अगर कोई भी कांवड़ यात्री गंगाजल के लिए हरिद्वार आता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं डीएम ने हरिद्वार समेत हरियाणा, उत्तर प्रदेश के गांव और शहरों में कांवड़ यात्रा स्थगित होने की जानकारी देने के लिए प्रचार-प्रसार करने के अपील भी की। ताकि यात्रियों को यात्रा स्थगित होने की पूरी और सही जानकारी मिल सकें।
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