हल्द्वानी: कार्यभार संभालने के बाद से उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत लगातार बड़े फैसले कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री के कार्यकाल में जिन भी अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे, उन पर सख्त एक्शन ले रहे हैं। मुख्यमंत्री को दुगड्डा रतुआधाब मार्ग पर बनी सड़क निर्माण को लेकर उन्हें शिकायत मिली कि निर्माण के दौरान घटिया माल का इस्तेमाल किया गया है। उन्होंने मामले को संज्ञान में लिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सीएम रावत ने लोक निर्माण क्रांति खंड, दुगड्डा के जिम्मेदार अधिकारियों ( ऐ ई, जे ई ) को निलंबित कर दिया है। उनके इस फैसले से साफ हो गया है कि राज्य में भ्रष्टाचार को बिल्कुल भी बर्दास्त नहीं किया जाएगा।
तीरथ सिंह रावत ने बीते मंगलवार को मुख्यमंत्री का पद संभाला था। इसके बाद से उन्होंने कई अहम फैसले लिए हैं। उन्होंने यात्रियों की सुरक्षा को देकते हुए एनएच 58 में वाहनों की आवाजाही पर भी रोक लगा दी है,जहां निर्माण कार्य हो रहा है। इसके अलावा वह कुंभ मेले पर भी नजर बनाए हुए हैं। वहीं चारधाम यात्रा का प्लान भी उन्होंने फ्लोर पर उतार दिया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि 30 अप्रैल तक सभी तैयारियों को पूरा कर लिया जाए। बता दें कि भ्रष्टाचार के आरोप डीजी सूचना मेहरबान सिंह बिष्ट पर भी लगे थे और उन्हें मंगलवार को पद से हटा दिया गया।