हल्द्वानी: दिनेश सिंह: चीन में कोरोना वायरस से मचे कोहराम के चलते आयात और निर्यात में भारी गिरावट दर्ज हुई है। इस वजह से दुनियाभर के बाजारों में भारी मंदी देखी जा रही है। आपको बता दें कि दुनियाभर में कोरोना वायरस के अब तक लगभग 80,000 से ज़्यादा मामले सामने आ चुके हैं। राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इससे निपटने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके बावजूद सरकारी आंकड़ों के मुताबिक चीन में अब तक लगभग 2,800 लोगों की मृत्यु कोरोना वायरस की वजह से हो चुकी है।
चीन दुनिया के सबसे बड़े बाजारों में आता है क्योंकि वहां की आबादी दुनिया में सबसे अधिक है। कोरोना वायरस से मचे हाहाकार के कारण चीन में व्यापार ठप है और विदेशी निवेशकों द्वारा की जा रही बिकवाली के चलते बाजार में यह असर दिख रहा है। एक ताजा अनुमान के मुताबिक पिछले 6 दिनों में आर्थिक बाजार को पूरी दुनिया में लगभग 12 लाख करोड़ रुपए का जबरदस्त नुकसान उठाना पड़ा है। इसका बहुत बड़ा असर भारतीय सेंसेक्स बाजार पर भी पड़ा है जो शुक्रवार यानी 28 फरवरी को रिकॉर्ड गिरावट के बाद बंद हुआ। शुक्रवार को सेंसेक्स 1448 अंक गिर गया जो अगस्त 2015 के बाद आज तक की दूसरी सबसे बड़ी गिरावट है।
बाजार विश्लेषकों के मुताबिक 2008 के वैश्विक आर्थिक मंदी के बाद पिछला हफ्ता बाजार के लिए सबसे बुरा रहा।। एशिया में चीन सहित जापान साउथ कोरिया भारत के बाजारों में मंदी दिखी तो वही यूरोप अमेरिका के बाजार भी इससे अछूते नहीं रहे। बाकी बाजार इन झटकों को झेलने में सक्षम दिख रहे हैं लेकिन चीन हर सेक्टर में गिरावट झेल रहा है और उसका पर्यटन भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है।