नई दिल्ली: आतंकवाद से लड़ने के लिए रूस ने 16 समझौते कर भारत की ताकत को मजबूती दी है। कुछ दिन पहले रूस ने पाकिस्तान के साथ सैन्य अभ्यास किया जिससे भारत में उसके प्रति नकारात्मक भावनाए उतपन्न हो रही थी।
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का हिस्सा बनने के लिए गोवा आए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है। इस दौरान भारत और रूस के बीच 16 बड़े समझौते हुए है। सबसे बड़ा समझौता 200 कामोव हेलीकाप्टरों के संयुक्त उत्पादन और एस-400 ‘ट्रंफ’ लंबी दूरी की क्षमता वाली वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली के करार पर हस्ताक्षर को मना जा रहा है। इस मिसाइल में अपनी तरफ आ रहे दुश्मन के विमानों, मिसाइलों और ड्रोनों को 400 किलोमीटर तक के दायरे में मार गिराने की क्षमता है।
एस-400 पहले केवल रूसी रक्षा बलों के लिए ही उपलब्ध था. यह एस-300 का उन्नत संस्करण है। अलमाज-आंते ने इसका उत्पादन किया है और रूस में 2007 से यह सेवा में है।इस मुलाकात के बाद साझा बयान में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘मुझे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का स्वागत करते हुए बेहद खुशी हुई। रूस हमारा पुराना दोस्त है।एक पुराना दोस्त दो नए दोस्तों से बेहतर होता है। भारत और रूस के बीच अनूठी दोस्ती है।मैंने और राष्ट्रपति पुतिन ने विस्तार से सभी मुद्दों पर बात की। आतंकवाद के मुद्दे पर भारत और रूस साथ हैं।