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दार्जिलिंग हिंसा: जीजेएम का ममता सरकार के साथ वार्ता से इंकार

नई दिल्ली: जीजेएम ने पश्चिम बंगाल सरकार के साथ किसी भी तरह की वार्ता से इनकार किया लेकिन कहा कहा कि वह केंद्र  एनडीए सरकार के साथ वार्ता करने को लेकर सहज है। जीजेएम के नेता बिनय तमांग ने कहा, हम पश्चिम बंगाल सरकार के साथ वार्ता करने को तैयार नहीं है। ममता बनर्जी ने हमारा अपमान किया है उन्होंने हमें आतंकवादी कहा है।उन्होंने कहा, हम अपने अधिकारों और आजादी को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। हम केवल केंद्र सरकार के साथ वार्ता करेंगे।ममता बनर्जी और उनकी तृणमूल कांग्रेस सरकार के साथ वार्ता करने में हमारी दिलचस्पी नहीं है।

अलग गोरखालैंड राज्य की मांग को लेकर पिछले 10 दिनों से अशांत चल रहे दार्जिलिंग में शनिवार को जीजेएम कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच व्यापक झड़प देखने को मिली। इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और इंडिया रिजर्व बटालियन (आईआरबी) का एक सहायक कमांडेंट समेत 35 सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। सहायक कमांडेंट गंभीर रूप से घायल हो गए। दार्जिलिंग में कुछ वर्षो के अंतराल के बाद आठ जून से फिर से शुरू हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद से यह पहली मौत है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के कार्यकर्ताओं ने कई स्थानों पर पेट्रोल बम फेंके, पथराव किया और बोतल फेंके।इस पर सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले दागे और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठी चार्ज का सहारा लेना पड़ा।

हालात पर नियंत्रण के लिये सेना की टुकड़ियां तैनात
हालात पर नियंत्रण के लिये सेना की टुकड़ियां तैनात की गई हैं और दार्जिलिंग और कुसर्यिांग समेत हिंसा प्रभावित पहाड़ी जिले के कई क्षेत्रों में सेना ने फ्लैग मार्च किया। वहां अलग गोरखालैंड राज्य की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन बंद शनिवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। दार्जिलिंग का सिंगमारी इलाका संघर्ष क्षेत्र में तब्दील हो गया क्योंकि जीजेएम कार्यकर्ताओं ने दंगा रोधी पुलिसकर्मियों पर पेट्रोल बम और पत्थर फेंके।पुलिसकर्मियों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिये आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। इस घटना ने प्रशासन को इलाके में सेना की टुकड़ी तैनात करने को मजबूर किया। इस घटना में कई लोग घायल हो गए थे। सेना के एक अधिकारी ने बताया कि जिले में सेना की छह टुकड़ियां (तकरीबन 250 कर्मी) तैनात हैं और कलीमपोंग में हालात तनावपूर्ण है। सिंगमारी के अलावा लेबोंगकार्ट रोड, चौक बाजार और घुम में भी संघर्ष हुआ। घुम में देश का सबसे ऊंचा रेलवे स्टेशन है।

सिंगमारी में एक व्यक्ति की मौत हुई, 35 पुलिसकर्मी घायल
पश्चिम बंगाल के एडीजी (कानून व्यवस्था) अनुज शर्मा ने कोलकाता में बताया कि सिंगमारी में एक व्यक्ति की मौत हुई और तकरीबन 35 पुलिसकर्मी घायल हो गए। उनमें से 19 गंभीर रूप से घायल हैं। हालांकि, जीजेएम ने दावा किया कि पुलिस की गोलीबारी में दो पार्टी समर्थक मारे गए।जीजेएम प्रमुख बिमल गुरंग ने अज्ञात स्थान से एक वक्तव्य में कहा, ‘पुलिस गोलीबारी में हमारे दो साथी मारे गए। वे गोरखालैंड आंदोलन के शहीद हैं। पहाड़ियों के लोग तब तक नहीं रुकेंगे जब तक कि गोरखालैंड नहीं मिल जाता है।’ उन्होंने कहा, ‘अंतिम लड़ाई चल रही है। या तो हम अपना अधिकार पा लेंगे या इसके लिए मर जाएंगे।’ गुरंग के दावे को एडीजी शर्मा ने खारिज कर दिया. उन्होंने कहा, ‘पुलिस ने गोली नहीं चलाई। एक भी गोली नहीं चलाई गई। यह जीजेएम था, जिसने हम पर गोलीबारी की।’

 

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