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नौकुचियाताल की हरयाली के लिए खतरा है सरकार का फैसला

नौकुचियाताल:नीरज जोशी: नैनीताल की नौकुचियाताल झील में फिशिंग का विरोध शुरू हो गया है। आसपास के गांव वालों ने झील में मछली मारने के खिलाफ आवाज बुलंद कर दी है। स्थानीय लोगों ने साफ चेताया है कि अगर नौकुचियाताल की इस झील में मछली मारने का ठेका मत्स्य विभाग ने दिया तो उसका विरोध किया जाएगा। स्थानीय लोगो का अारोप है कि सरकार द्वारा उन्हें विश्वास में लिए बिना टेंडर प्रकिया शुरू कर दी और किसी भी कीमत पर यहांं  बाहरी लोगो फीशिंग नही करने देंगे। आपको बता दे की नौकुचियाताल ग्रामिण क्षेत्र मे आता है यहा के लोगो का मुख्य व्यवसाय पर्यटन से जुड़ा है। अगर  इस झील मे फिशिंग शुरू हो जाती है तो इससे पर्यटन मे काफी असर पडेगा। जिसके चलते ग्रामिणो और पर्यटन व्यवासयों ने मिलकर जिलाधिकरी को ज्ञापन भी सौंपा हैं। पर्यटन व्यवसायी अनिल चनौतिया ने कहा कि नौकुचियाताल  नैनीताल जिले की हरयाली का प्रतिक है और प्रकृति से छेड़छाड़ हमारे लिए खतरनाक परिणाम ला सकती है। सरकार का फैसला नौकुचियाताल की हरयाली के लिए खतरा है। नैनीताल की नौकुचियाताल झील सैलानियों की पहली पसंद है. यहां सालभर बड़ी तादाद में सैलानी आते हैं और प्रकृति के खूबसूरत नज़ारे का आनंद लेते हैं। इसलिए स्थानीय लोग यहां अपने स्तर पर पर्यटन गतिविधियां बढ़ा रहे हैं। ऐसे में अगर यहां मत्स्य विभाग ने इस झील में मछली मारने का ठेका दे दिया तो पर्यटन गतिविधियां ठप्प पड़ जाएगी।

https://youtu.be/RCSvLEB65mo

 

 

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