पिथौरागढ़: राज्य में भारतीय सेना की सेवा करने का जुनून किसी से कम नहीं हैं। हर साल उत्तराखंड सैकड़ों की संख्या में युवा भारतीय सेना का हिस्सा बनते हैं। कुछ जवान होते हैं और कुछ ऑफिसर बन देवभूमि का नाम रोशन करते हैं। देवभूमि का सिर उस वक्त गर्व से ऊंचा होता है जब इन्हें इनके कर्म के लिए सैन्य सम्मान दिया जाता है। एनीडीए परीक्षा से लेकर तमाम परीक्षाओं में उत्तराखंड के बच्चे अपनी छाप हमेशा से छोड़ते आए हैं। खासकर पर्वतीय इलाकों से जहां पर संसाधनों की कमी है लेकिन उन्हें मन में सेना में शामिल होने का जुनून सवार रहता है और इस तरह की परिस्थितियों से वह पार पा लेते हैं। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के एक युवा ने कमाल किया है। वह सीडीएस परीक्षा को उत्तीर्ण करने में कामयाब हुए हैं। पूरे देश में उन्होंने दूसरा स्थान प्राप्त किया है।
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युवा आशुतोष दिगारी भारतीय वायु सेना फ्लाइंग आफिसर के लिए चुने गए हैं। उन्होंने सीडीएस परीक्षा में देश में दूसरा स्थान प्राप्त किया। उन्होंने प्रशिक्षण के लिए इंडियन एयरफोर्स अकादमी हैदराबाद में ज्वाइन कर लिया है। कनालीछीना विकास खंड के निवासी आशुतोष ने अपनी स्कूली शिक्षा डॉनबास्को स्कूल से ली। इसके बाद वह चेन्नई गए और इंजीनियरिग की पढ़ाई पूरी की। वह सीडीएस परीक्षा की तैयारी भी कर रहे हैं। उन्होंने इसी साल अपनी इंजीनियरिंग पूरी की है। आशुतोष के पिता कुंडल सिंह दिगारी जवाहर नवोदय विद्यालय रूद्रप्रयाग में प्रधानाचार्य के पद पर कार्यरत है। उनकी सफलता से सीमांत जिले में खुशी का माहौल है। तमाम लोगों ने उन्हें शुभकामनाएं दी हैं।
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बता दें कि यूपीएससी की तरफ से आयोजित होने वाली सीडीएस यानी कंबाइंड डिफेंस सर्विसेज परीक्षा के लिए हजारों अभ्यर्थी कई-कई साल तैयारी करते हैं, लेकिन चंद खुशकिस्मत लोग ही होते हैं, जो ये परीक्षा पास कर पाते हैं। सीडीएस परीक्षा में पास होने वाले कैंडिडेट इंडियन मिलिट्री एकेडमी, इंडियन नेवल एकेडमी और इंडियन एयर फोर्स एकेडमी के ट्रेनिंग कोर्स के लिए चुने जाते हैं।