हल्द्वानी: रेलवे ने फिर से बनभूलपुरा क्षेत्र में अपनी जमीन पर अतिक्रमण को लेकर सख्ती अपना ली है। सोमवार को अचानक ही रेलवे लाइन के किनारे बसे 1021 लोगों के घरों पर नोटिस चस्पा किए गए हैं। 15 दिनों के अंदर मकान खाली करने के निर्देशों के बाद स्थानीय लोगों का चैन से सांस लेना एक बार फिर दूभर हो गया है।
दरअसल बनभूलपुरा क्षेत्र में रेलवे की जमीन पर अतिक्रमण का मामला आज का नहीं बल्कि सालों पुराना है। यह मामला अभी तक सुलझाया नहीं जा सका है। बता दें कि राजसंपदा अधिकारी इज्जतनगर कार्यालय की ओर से मिले निर्देशों के अनुसार काशीपुर मंडल के सहायक इंजीनियर भूपेंद्र सिंह धर्मसत्तू रेलवे की टीम के साथ सोमवार दोपहर हल्द्वानी पहुंचे।
इसके बाद बनभूलपुरा थाना पुलिस के सहयोग से नोटिस चस्पा करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। रेलवे अधिकारियों ने आरपीएफ, जीआरपी और पुलिस की सुरक्षा में वार्ड 21 व वार्ड 24 के करीब 1021 लोगों के आवासों पर नोटिस चस्पा किए। इस दैरान किसी भी तरह का विरोध या विवाद तो नहीं हुआ मगर लोगों के चेहरों पर तनाव की लकीरें जरूर देखी गईं।
बहरहाल रेलवे ने नोटिस चस्पा कर सभी लोगों को 15 दिन में मकान खाली करने का निर्देश दिया है। ऐसा ना करने पर रेलवे ने बेदखली की कार्रवाई करने की वार्निंग भी दी है। रेलवे के मुताबिक कुल 4365 अतिक्रमण चिन्हित हुए थे। इसलिए नोटिस की प्रक्रिया आगे भी जारी रहेगी। अभी तक करीब 2200 लोगों को नोटिस दिए जा चुके हैं।
बहरहाल चुनावों के मद्देनजर इस मुद्दे के विवाद में तब्दील होने के कयास भी लगाए जा रहे हैं। सोमवार को देर शाम ही गफूर बस्ती में लोगों ने बैठक की। लोगों ने इस मामले को लेकर निराशा जताई। वहीं कांग्रेस प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया ने बैठक में कहा कि भाजपा सरकार गरीबों को हक नहीं देना चाहती। कहा कि हर किसी की आवाज और लड़ाई अंजाम तक पहुंचाई जाएगी।