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राजस्थान में ठग की हिम्मत देखिए,खुद को IAS बताकर मकान मालिक की बेटी से करना चाहता था शादी

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नई दिल्ली: राजस्थान के भरतपुर में एक चौकाने वाला मामला सामने आया है। पुलिस ने एक फर्जी आईएएस को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी शहर में 2 महीने से किराए के मकान में रह रहा था। उसने मकानमालिक को बताया कि वह आईएएस अधिकारी है। झूठ बोलकर वह मकान मालिक की लड़की से शादी करना चाहता था। पुलिस जांच में ये भी पता चला कि फर्जी आईएएस को कलेक्टर आलोक रंजन भी सम्मानित कर चुके हैं।

जानकारी के मुताबिक, धौलपुर में बाड़ी थाना क्षेत्र 27 वर्षीय सुरजीत सिंह 2 महीने से भरतपुर कलेक्ट्रेट के सामने मोहल्ले में किराए पर रह रहा था। वह खैमरी का रहने वाला है। करीब दो हफ्ते पहले उसने मकान मालिक से बताया कि उसका आईएएस में सेलेक्शन हो गया है।

इसके बाद 13 अप्रैल को आयोजित बाबा भीमराव अंबेडकर जयंती कार्यक्रम में कलेक्टर सहित कई जनप्रतिनिधि मौजूद थे, उस दौरान फर्जी आईएएस सुरजीत सिंह को कलेक्टर आलोक रंजन ने सम्मानित कर बधाई दी। उस कार्यक्रम में कलेक्टर आलोक रंजन के अलावा यूआईटी सचिव कमल राम मीणा और भरतपुर नगर निगम के मेयर अभिजीत कुमार जाटव भी मौजूद थे, उन्होंने भी सुरजीत को बधाई दी।

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फर्जी आईएएस सुरजीत सिंह पर मकान मालिक को शक हुआ और उसने सुरजीत सिंह से उसके चयन होने के कागजों के बारे में पूछा लेकिन सुरजीत सिंह मकान मालिक को स्पष्ट जबाब नहीं दे पाया था। मकान मालिक को ज़ब सुरजीत स्पष्ट जवाब नहीं दे पाया तो मकान मालिक ने सुरजीत के गांव में पता करवाया तो सामने आया सुरजीत पूरी तरह फर्जी है।

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उसके बाद मकान मालिक ने मथुरा गेट थाने में फर्जी आईएएस सुरजीत सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाई और पुलिस ने मकान मालिक के घर से ही फर्जी आईएएस को गिरफ्तार कर लिया। मकान मालिक ने बताया कि, फर्जी आईएएस ने चयन होने का हवाला देकर उसके 2 लाख 75 हजार रुपये भी हड़प लिए, फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।

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