National News

हिमाचल में हलचल तेज़, राज्यसभा चुनाव के बाद संकट में कांग्रेस सरकार


Rajya Sabha election Update: Himachal Pradesh Big Breaking:

2024 लोकसभा चुनाव से लगभग 2 महीने पहले से ही कांग्रेस की हार का सिलसिला शुरू हो गया है। आपको बता दें कि आज तीन राज्यों की 15 राज्यसभा सीटों पर चुनाव हुए हैं इन 15 सीटों में 10 सीटें उत्तरप्रदेश की, 1 सीट हिमाचल प्रदेश और 4 सीटें कर्नाटक की हैं। राज्यसभा चुनाव से जुड़ी सबसे दिलचस्प खबर इस वक़्त हिमाचल प्रदेश से आ रही हैं जहाँ कांग्रेस की सरकार है और कांग्रेस के 40 विधायक हैं फिर भी हिमाचल प्रदेश से कांग्रेस की जगह भाजपा के राज्यसभा प्रत्याशी के जीतने की खबर ने तमाम सियासी अटकलों पर विचार करने एवं हर प्रकार की सियासी उलटफेर की संभावनाओं को मज़बूती दे दी है। कांग्रेस के 9 विधायकों द्वारा कोस वोटिंग की बात सामने आई है।

Join-WhatsApp-Group

आपको बता दें कि राज्यसभा के इस चुनावी रण में कांग्रेस ने अपने प्रत्याशी के रूप में अभिषेक मनु सिंघवी को मैदान में उतारा था वहीं भाजपा ने भी बड़ा दाव खेलते हुए 2022 में भाजपा में शामिल हुए हर्ष महाजन को हिमाचल प्रदेश के एकमात्र राज्यसभा सांसद बनने का अवसर दिया।

आपको बता दें कि हर्ष महाजन हिमाचल के भूतपूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के करीबी माने जाते हैं और उनकी सरकार में मंत्रिमंडल में भी शामिल रह चुके हैं। कांग्रेस के अस्पष्ट नेतृत्व और आपसी कलह के चलते उन्होंने 2022 में भाजपा का दामन थामने का निर्णय लिया था। यही कारण है कि अपनी विश्वसनीयता और कांग्रेस की बहुमत के बावजूद अस्थिर सरकार को उन्होंने सामने से धुल चटाई है।

हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं वर्त्तमान में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को अपनी सरकार बचाने तक की बात कह दी है। उनका कहना है कि कांग्रेस के कई विधायक वर्त्तमान सरकार से नाराज़ हैं और भाजपा से बातचीत कर रहे हैं। अब देखना यह होगा कि 2024 का लोकसभा चुनाव प्रचंड बहुमत व बड़े अंतर से जीतने का एलान कर चुकी भाजपा क्या बिना चुनाव के एक और राज्य में अपनी सरकार बना सकती है या नहीं।

हिमाचल में सरकार बनाने के लिए 35 विधायकों कि आवश्यकता होती है और भाजपा के वर्त्तमान में 25 विधायक हैं और 3 निर्दलीय विधायक ऐसे में अगर कांग्रेस के 40 विधायकों में से 9 विधायक भाजपा से हाथ मिला लेते हैं तो कांग्रेस की सरकार का गिरना तय है।

To Top