लालकुआं: कोरोना संक्रमण ने इस वक्त वो हश्र किया हुआ है कि आने वाले भविष्य में इतिहास के पन्नों को खून के रंग से लिखा जाए तो भी सारा दर्द बयान ना हो। कोरोना ने परिवार के परिवार खत्म किए हैं। इस बार दुखद खबर हल्द्वानी से सटे लालकुआं क्षेत्र से आई है। जहां पहले कोरोना संक्रमण ने माता और पिता की जान ले ली और अब पुत्र भी वायरस के कारण नहीं बच सका। पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है।
दरअसल अब से करीब डेढ़ महीना पहले नगर के वार्ड नंबर चार निवासी वरिष्ठ समाजसेवी एवं व्यवसाय मथुरा दत्त भट्ट की पत्नी का कोरोना से ग्रसित होने के बाद निधन हो गया था। पत्नी के निधन के एक हफ्ते बाद ही कोरोना संक्रमित मथुरा दत्त भट्ट भी जिंदगी और मौत की जंग में हार गए।
इसके बाद उनके बड़े पुत्र महेश भट्ट की तबीयत बिगड़ी और मालूम चला कि वह भी कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। अब उन्हें हल्द्वानी के एक प्राइवेट अस्पताल में लाया गया। जहां उनका इलाज चल रहा था। मगर कहते हैं ना अनहोनी का कौन टाल सकता है। गुरुवार सुबह को परिवार पर दुखों का भूकंप तब आ गया जब महेश भट्ट ने भी अपनी अंतिम सांस ले ली। एक ही परिवार और तीन मौतें, परिजन रोते रोते बेहाल हैं। पूरे इलाके में शोक की लहर है।
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