देहरादून:अनलॉक से पहले उत्तराखंड में कोरोना वायरस के मामले सामान्य थे। राज्य कोरोना फ्री की ओर बढ़ रहा था लेकिन छूट मिलने से हालात बेकाबू हो गए। उत्तराखंड में कोरोना वायरस के मामले 26 हजार से ऊपर पहुंच चुके हैं। अनलॉक- 4.0 के लागू होने के बाद एक दिन में 2 हजार एंट्री के नियम को भी हटा दिया गया। इसके बाद से राज्य में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी देखने को मिली है। उत्तराखंड में देहरादून, हरिद्नार, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर ऐसे जिले हैं जहां कोरोना वायरस का प्रकोप सबसे ज्यादा है।
बात देहरादून की करें तो राजधानी होने व सभी प्रमुख प्रतिष्ठानों के यहां होने की वजह से बाहरी राज्यों के लोगों का आवागमन भी अधिक है। आवागमन में छूट के बाद कोरोना वायरस की रफ्तार बढ़ गई है। केवल 17 दिन में कोरोना के आंकड़े डबल हो रहे हैं। यह डबलिंग रेट एक सितंबर से सात सितंबर तक के मामलों पर आधारित है। अगस्त माह तक हरिद्वार जिला कोरोना संक्रमण में आगे चल रहा था। यहां का डबलिंग रेट भी कम दिन था, मगर जैसे ही अनलॉक चौथा चरण लागू हुआ तो देहरादून पहले स्थान पर आ गया।
यह भी सामने आए है कि राजधानी देहरादून में कोरोना की जांच भी सर्वाधिक की जा रही है। अब तक 74 हजार से अधिक सैंपल जांच के लिए भेजे जा चुके हैं और करीब साढ़े 71 हजार की रिपोर्ट भी आ चुकी है।राज्य में महामारी से पीडित लोगों की संख्या 26094 हो गयी। मंगलवार को प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग द्वारा यहां जारी बुलेटिन के अनुसार सर्वाधिक 248 नए मामले देहरादून जिले में मिले जबकि नैनीताल में 112, हरिद्वार में 82 और उधमसिंह नगर में 56 मरीज सामने आए।
देहरादून में एक तारीख से पहले 30 दिन और 54 दिनों में कोरोना वायरस के मामले दोगुने हो रहे थे। वहीं हरिद्वार में अभी 30 दिनों में कोरोना वायरस के मामले दोगुने हो रहे हैं। इससे पहले ये आंकड़ा 21 और 25 दिन था। नैनीताल जिले में कोरोना वायरस के मामले 24 दिनों में दोगुने हो रहे हैं। इससे पहले 19 और 18 दिनों में कोरोना वायरस के मामले दोगुने हो रहे थे। ऊधम सिंह नगर जिले में कोरोना वायरस के मामले 27 दिनों में दोगुने हो रहे हैं। इससे पहले ये आंकड़ा 21 और 25 दिन था।