देहरादून: कोरोना संक्रमण की पहली लहर से ज़्यादा घातक दूसरी लहर रही। ऐसे में अब तीसरी लहर में बच्चों पर अटैक होने की संभावनाओं के बाद राज्य सरकार तैयारियों में जुट गई है। सरकार द्वारा बच्चों को बचाने के लिए एसओपी जारी की गई है।
स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी द्वारा जारी निर्देशों में अस्पतालों में बाल रोग विशेषज्ञों की संख्या बढ़ाने के साथ साथ उपचार के लिए व्यापक स्तर पर प्रबंध किए जाएं। ऐसे निर्देश महानिदेशक स्वास्थ्य विभाग को दिए गए हैं।
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एसओपी के मुताबिक हर जिले के सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड, आईसीयू व वेंटीलेटर की पर्याप्त व्यवस्था की जाए। ज़रूरत पड़ने पर मेडिकल कॉलेज से इस संबंध में मदद लिए जाने के निर्देश दिए हैं। उपलब्ध ऑक्सीजन सिलेंडरों के अलावा भी ज़रूरत है तो अभी से क्रय कर लें।
इसके अलावा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को 1 लेबल का कोविड केयर सेंटर बनाने, हर 1 लेबल के कोविड केयर सेंटर में दस बेडों की व्यवस्था करने, हर जिले में किसी अन्य बीमारी से पीढ़ित 0 से 18 आयु वर्ग के बच्चों की सूची पहले से तैयार करने हेतु निर्देशित किया गया है।
साथ ही सभी डीसीएच व मेडिकल कालेज में आक्सीजन स्टोरेज टैंक की व्यवस्था (क्षमता कम से कम एक हजार लीटर प्रति मिनट) करने को कहा है।
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