हल्द्वानीः उत्तराखण्ड की तरक्की का कारण बनता जा रहा हल्द्वानी एक बार फिर सुर्खियां बटोर रहा है। हल्द्वानी में अब शहर की हवा में हो रहे बदलाव की जानकारी अब पल-पल मिलती रहेगी। वनविभाग द्वारा वन अनुसंधान नर्सरी में स्थापित हुए स्वचालित मौसम केंद्र से, जहां पर तापमान से लेकर वातावरण से जुड़ी आठ अलग-अलग जानकारियां एकत्र होंगी। जानकारी के अनुसार स्वचालित मौसम केंद्र को अब हल्द्वानी के तापमान की हर एक खबर और डाटा मिलता रहेगा, जिसके उपरांत मौसम विभाग को तापमान की जानकारी से आने वाली आपदा या किसी भी प्रकार की परेशानी से लड़ने का समय मिल सकता है। मौसम विभाग को तापमान, हवा की गति, सूर्य की गति , सोलर विकिरण आर्द्रता ,ओस की मात्रा , हवा की दिशा , हवा की दबाव और बारिश की पूर्ण जानकारी मिल सकेगी। इसमें हल्द्वानी में तापमान, बरसात से लेकर ओस गिरने तक की जानकारी हर मिनट पर मिल सकेगी। इस मौसम केंद्र में लगी मशीनों को चलाने के लिए सोलर ऊर्जा का इस्तेमाल किया गया है।वही मौसम विभाग ने जाहिर किया है। कि अभी कुछ दिन और गर्मी को सहना पड़ेगा। विभाग ने बताया कि हल्द्वानी-पंतनगर में बुधवार को अधिकतम तापमान 35.5 और न्यूनतम तापमान 24.0 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। वहीं अगर दिन और रात की बात करे तो मात्र 11.5 डिग्री का फर्क देखा गया। यह मौसम कुछ हद तक किसानों के लिए फायदे मंद देखा जा रही है। किसान जल्द से जल्द अपनी गेहूं की फसल को खेत से घर तक पहुचाने में लगे है। अगर वर्षा हो जाती है तो किसान को सबसे ज्यादा नुकसान हो सकता है। मौसम विभाग ने 30 अप्रैल से गर्मी से निजात की बात रखी है। वहीं पिथौरागढ, बागेश्वर में लगातार शाम के समय बारिश होने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रही है। बारिश के साथ ओलो से पहाड़ के किसान काफी परेशान हो रहे है। मौसम विभाग ने 25 अप्रैल को फिर बारिश होने की आशंका जताई है।कुछ दिन पहले हल्द्वानी में बारिश से काफी किसानों के कटे गेहूं भीग जाने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था।
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