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हॉट सीट खटीमा पर सभी की नज़रें…2017 चुनाव में भुवन कापड़ी से हारते हारते बचे थे सीएम धामी

खटीमा: प्रदेश में विधानसभा चुनावों (legislative assembly elections) की सुगबुगाहट तेज हो गई है। हमेशा की तरह इस बार भी कई विधानसभा सीटें हैं, जिन पर हर किसी की नजर रहने वाली हैं। ऐसे ही खटीमा विधानसभा सीट (Khatima seat) भी इस बार हॉट सीट बन गई है। खटीमा के वर्तमान में विधायक पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami Khatima MLA) के मुख्यमंत्री बनने के बाद इस सीट पर हर किसी की नजरें रहने वाली हैं।

लाजमी है कि सीएम धामी के लिए अपने प्रतिद्वंदी और कांग्रेस के प्रत्याशी भुवन कापड़ी (Congress candidate Bhuwan Kapri) को टक्कर देना आसान नहीं होने वाला। ऐसा इसलिए भी माना जा रहा है क्योंकि 2017 के विधानसभा चुनावों में भुवन कापड़ी मामूली अंतर से विधायक बनने से चूक गए थे। जीत के इस मामूली अंतर ने मुख्य प्रतिद्वंदी भुवन कापड़ी का कद उनकी पार्टी (Congress Party) में भी काफी बढ़ा दिया था।

पहले तक माना जा रहा था कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खटीमा के अलावा किसी और सीट से चुनाव लड़ेंगे। लेकिन बीते दिनों भाजपा द्वारा जारी की गई प्रत्याशियों की पहली सूची (first list of candidates) में यह साफ हो गया कि पुष्कर सिंह धामी खटीमा से ही चुनाव लड़ने वाले हैं। हालांकि उन्होंने खुद भी यहां से लड़ने की इच्छा जताई थी। दूसरी तरफ कांग्रेस ने भुवन कापड़ी पर ही भरोसा जताया है।

बता दें कि भुवन कापड़ी मौजूदा समय में कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष हैं। बताया जाता है कि यह पद उनको कांग्रेस से इनाम में मिला है। ऐसा इसलिए क्योंकि वह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मजबूत प्रतिद्वंदी (strong opposition) हैं और आखिरी विधानसभा चुनावों में बहुत कम अंतर से धामी से चुनाव हारे थे। 2017 के विधानसभा चुनावों (2017 elections) में पुष्कर सिंह धामी ने केवल 2709 वोटों से भुवन कापड़ी को हराया था।

बता दें कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खटीमा से लगातार दो बार चुनाव जीतकर विधायक बन चुके हैं। वहीं भुवन कापड़ी 2004 में छात्रसंघ अध्यक्ष (Students Union president) से राजनीति में प्रवेश करने के बाद संगठन के विभिन्न पदों पर रहते हुए कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष के पद तक पहुंचे हैं। इस बार देखना दिलचस्प होगा कि सत्ता के शीर्ष पद पर बैठे धामी जीत हासिल कर इतिहास रचते हैं या फिर पिछले चुनावों में उन्हें मजबूत टक्कर देने वाले प्रतिद्वंदी भुवन कापड़ी।

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