देहरादून: वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण से निजात पाने के लिए पूरी दुनिया कोशिशें में लगी है। इस बीच कोरोना वैक्सीन के पंजीकरण के नाम पर ठगी करना का मामला सामने आया है। लोगों को वैक्सीन के पंजीकरण के लिए लगातार कॉल की जा रही हैं। इस दौरान लोगों से मोबाइल पर आए ओटीपी की जानकारी मांगी जा रही है। सावधान अगर आपके पास इसी तरह की कॉल आई और अपने ओटीपी बताया तो अपने बैंक खातों से रकम गायब हो सकती है।
साइबर ठगों से बचने के लिए पुलिस व साइबर सेल लोगों को जागरूक कर रही है। वहीं डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि कोरोना वैक्सीन के पंजीकरण के नाम पर आने वाले कॉल से सावधान रहें। वैक्सीन बनकर तैयार हो रही है, लेकिन इसे लगाने के लिए किसी भी तरह के पंजीकरण नहीं कराए जा रहे हैं। साइबर ठग पंजीकरण के नाम पर बैंक खातों में डाका डाल सकते हैं। अपने आधार कार्ड व मोबाइल पर आने वाले बैंक खाते की जानकारी किसी को न दें।
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बता दें फ्रंट लाइन वारियर्स को शुरुआत में वैक्सीन लगाने की तैयारी की जा रही है। इसके साथ ही उत्तराखंड में भी लोगों को वैक्सीन के आने का इंतजार है। वहीं साईबर ठग कोविड-19 के टीके के नाम पर लिंक भेजते हैं तो उससे बचा जाए। लिंक को खोलने से बैंक खातों का डाटा चोरी होने के साथ रुपयों की ठगी हो सकती है।
कोरोना वैक्सीन के लिए किसी भी तरह के पंजीकरण अभी तक नहीं किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस संबंध में कोई जानकारी साझा की जाएगी, तो वह अधिकारिक रूप से होगी। वरना आप भी इस ठगी का शिकार हो सकते है।
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