स्थायी (permanent) रूप में दांत मुकुट (teeth crown) तैयार करने केलिए पोर्सीलेन (porcelain), रेसिन (resin) ,कोप्पर (copper), प्लातीनाम (platinum), सोने (gold) या चांदी (silver) जैसी धातु (metal) का प्रयोग करके दाँतों के रूप में तराशा (craft) जाता है | वैसे भी कई लोग धातु (metal) से बनी दांत मुकुट (teeth crown) का प्रयोग नहीं करना चाहते क्योंकि यह बहुत दिखकर आने के अतिरिक्त लोगों का ध्यान ना चाहते हुए भी उसी तरफ आकर्षित करते हैं | कुछ लोग इस प्रकार के धातु (metal) के कारण एल्लेर्जी (allergy) का अनुभव करते हैं, जिससे उन्हें उस मुकुट (crown) को निकालना ज़रूरी होजाता है |
सेरिमिक, पोर्सीलेन और रेसिन मुकुट लोगों में उनकी प्राकृतिक झलक और सामन्या दांतों में मिल झुल जाने के कारण काफी लोकप्रिय होगये हैं | बहुत से लोग इस प्रकार के मुकुट (crown) लगाकर बहुत आत्मविश्वास महसूस करते है, जो उनकी पिछली दांतों की समस्याओं को वर्णित नहीं करता | कई प्राक्रतिक झलक (natural look) वाले मुकुट (mikut) बनाये जाते हैं जो धातु मुकुट (metal crown) की तुलना में अधिक टिकाऊ (durable) नहीं होते, इन क्रौंस (crowns) को आगे के वर्षों में बदलने की संभावना अधिल रहती है |
मुकुट (crown) को लगाने में दन्त चिकित्सक (dentist) के पास कई चक्कर लगानेहोते हैं, फिर भी यह प्रक्रिया दर्द के बिना ही सुन्न एजेंट्स (numbing agents) का प्रयोग करके समाप्त की जाती है | यदि दन्त चिकित्सक (dentist) यह समझे की स्थायी (permanent) रूप का मुकुट (crown) आवश्यक है तो वह दांत को मुकुट (crown) लगाने केलिए नीचे से फाईल (file) करके उसका रूप मुकुट (crown) में ढालता है | आप अपने दांत की रक्षा केलिए स्थायी क्रौन (permanent crown) तैयार होने तक अस्थायी मुकुट (temporary crown) का भी प्रयोग कर सकते हैं | तदुपरांत दन्त चिकित्सक (dentist) स्थायी क्रौन (permanent crown) अनेस्थेशीआ (anesthesia) का प्रयोग करके लगा सकता है |
क्रौंस (crown) दांतों की अधिक से अधिक समस्याओं का उत्तम समाधान है, परन्तु मुकुट (crown) लगाने के बाद समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं | गर्म और ठंडे खानों केलिए संवेदनशीलता (sensitivity) एक आम समस्या है जो समय के साथ कम होती जाती है | इसके अतिरिक्त मुकुट (crown) ढीले, टूट या गिर भी सकते हैं, यदि ऐसा हो तो फ़ौरन दन्त चिकित्सक (dentist) से मिलकर उस मुकुट (crown) को बनाये या वहां दूसरा मुकुट (crown) लगाएं |