काशीपुर: दो दिन पहले सिक्कम में शहीद हुए हिमांशु नेगी का पार्थिव शरीर उनके निवास स्थान पांडेय कलोनी हेमपुर पहुंच गया। देश के वीर को तिरंगे में लिपटा देख एक ओर जहां लोगों ने सैल्यूट किया तो वहीं माहौल गमगीन भी हो गया। बर्थडे के एक दिन बाद हिमांशु नेगी को हर किसी ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी।
बता दें कि पूर्वी सिक्किम में हुए सड़क हादसे में कुमाऊं रेजिमेंट के कई जवान शहीद हो गए थे। सेना का वाहन 600 फीट खाई में जा गिरा था। जिसमें काशीपुर निवासी 20 वर्षीय हिमांशु नेगी भी शहीद हुए थे। बहरहाल अब हिमांशु नेगी का पार्थिव शरीर घर पहुंचने के बाद आवास पर ही उन्हें सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।
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इस दौरान तमाम, राजनीतिक संगठनों के लोगो ने उनके आवास पर पहुंचकर उन्हें नम आंखों से विदाई दी। हर तरफ शहीद हिमांशु नेगी के नारे गूंज रहे थे। बता दें कि पार्थिव शरीर आवास पहुंचे पर सभासद भुवन डंगवाल, यूथ से फॉउंडेशन से इन्सटेक्टर मंगल सिंह,यूथ फॉउंडेशन के कुमाऊं प्रभारी तेजेश्वर घुघत्याल, पूर्व सैनिक बलवंत रावत, सांसद प्रतिनिधि इंदर रावत के द्वारा रिसीव कर उनके परिजनों को सौंपा गया था।
शहीद हिमांशु नेगी के पिता हीरा सिंह दैनिक मजदूरी करते है। उनकी माता कमला देवी ग्रहणी है। परिवार में हिमांशु नेगी के बाद उनके 2 भाई और 1 बहन हैं। शहीद हिमांशु अपने भाई बहनों मे सबसे बड़े थे। परिवारजनों में शोक की लहर है। वाकई यह दुख जिंदगी भर का है।
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