नेपाल के लोगों ने शुक्रवार को उत्तराखंड के टनकपुर से लगी सीमा पर विवादित नोमैंस लैंड पर कब्जे का प्रयास किया। इसको लेकर इस इलाके में दोनों ओर से हंगामा हुआ। जल्द ही इस मुद्दे पर दोनों तरफ के अधिकारी वार्ता करेंगे। पिछले कुछ दिनों से भारत और नेपाल के संबंधों में तल्खी आई है। सीमा को लेकर नेपाल ने जब से नया नक्शा पारित किया है, तब से दोनों देशों के संबंध में तनाव देखा जा रहा है। इस बीच नेपाली लोगों की ओर से नोमैंस लैंड पर कब्जे की कोशिश की यह नई घटना है। उत्तराखंड में इस प्रकार की यह घटना सामने आई है। दूसरी ओर बिहार में नेपाल सीमा पर नेपाली सेना और सशस्त्र सीमा बल के बीच हालात तनावपूर्ण देखे गए हैं।
टनकपुर में नोमैंस लैंड पर कब्जे की कोशिश की तरह एक घटना कुछ दिन पहले बिहार में भी देखी गई थी। बता दें, बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में एक निर्माणाधीन बांध है। जिस इलाके में बांध का निर्माण हो रहा है, उसके नो मैंस लैंड में होने का दावा करते हुए नेपाली फोर्स ने निर्माण रुकवा दिया था। नेपाल की ओर से अड़ंगा लगाए जाने के बाद पूर्वी चंपारण के जिलाधिकारी ने नेपाल के दावे पर आपत्ति जताते हुए इसकी रिपोर्ट प्रदेश सरकार को सौंप दी थी।
इसी तरह, कुछ दिन पहले दोनों देशों के बीच जारी तनाव के बीच नेपाल ने फायरिंग की घटना को अंजाम दिया। भारत-नेपाल सीमा पर एक बार फिर से नेपाल की ओर से फायरिंग की गई। इस घटना में एक भारतीय युवक घायल हो गया जिसको अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। घटना बिहार में किशनगंज जिले के टेढ़ागाछ के फतेहपुर स्थित भारत-नेपाल सीमा पर हुई थी। इससे पहले भी बिहार बॉर्डर पर फायरिंग की घटना देखी जा चुकी है।
आपको बता दे की लिपुलेख, कालापानी व लिंपियाधुरा के सीमा विवाद व अन्य मसलों पर नेपाल और भारत के बीच विवाद खड़ा हो गया है। नेपाल ने तनाव को बढ़ाते हुए भारत के कुछ हिस्सों को आपने यहाँ बताकर अपनी संसद से एक नया नक्शा भी पास करवा लिया है। टनकपुर से लगी सीमा पर विवादित नोमैंस लैंड पर कब्जे से दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ेगा।