नई दिल्ली: अपने 5 साल के कार्यकाल के आखिरी बजट में मोदी सरकार ने आम आदमी को टैक्स में भारी छूट दे दी है। लोकसभा चुनाव से पहले सरकार का इसे बड़े दांव के रूप में देखा जा रहा है। भारत के इतिहास में इतनी बड़ी छूट पहली बार दी गई है। सरकार ने पांच लाख रुपए तक की आमदनी को टैक्स फ्री कर दिया है, लेकिन अगर आप LIC, मेडिकल, पीएफ या 80C के तहत आने वाली योजनाओं में निवेश करते हैं तो आपको 6.50 लाख रुपए तक की आय पर कोई भी टैक्स नहीं चुकाना होगा। इसके अनुसार पहले पांच लाख रुपए कमाने पर जो आप 13 हजार रुपए टैक्स देते थे, वो अब जीरो (0) हो गया है।
ऐसे समझें आपकी बचत
आय (रुपए में) | पहले टैक्स (रुपए में) | अब टैक्स (रुपए में) |
5 लाख | 13,000 | पूरी छूट |
7.5 लाख | 65,000 | 49,920 |
10 लाख | 1.17 लाख | 99,840 |
20 लाख | 4.29 लाख | 4.02 लाख |
और क्या-क्या मिला
मकान के किराए पर लगने वाले टैक्स डिडक्शन की सीमा 1 लाख से बढ़ाकर 2.5 कर दी गई है.
40 हजार तक के ब्याज पर कोई टैक्स नहीं लगेगा.
स्टैंडर्ड डिडक्शन 40 हजार से बढ़ाकर 50 हजार किया गया.
तीन करोड़ से ज्यादा मध्यमवर्गीय लोगों को लाभ मिलेगा
अगर इनवेस्टमेंट करते हैं तो, साढ़े 6 लाख तक कोई टैक्स नहीं लगेगा
मोदी सरकार के इस कार्यकाल के अंतिम बजट में की गई इस घोषणा से लाखों टैक्सपेयर्स को फायदा होगा। खास तौर से नौकरी कर रहे लोगों को इसका सबसे ज्यादा लाभ होगा। वित्त मंत्री गोयल ने कहा कि व्यक्तिगत कर छूट का दायरा बढ़ने से तीन करोड़ करदाताओं को 18,500 करोड़ रुपए तक का कर लाभ मिलेगा।वहीं, बजट पेश करते हुए गोयल ने ऐलान किया कि प्रधानमंत्री किसान योजना में 2 हेक्टेयर तक की जमीन वाले छोटे किसानों को 6,000 रुपये प्रति वर्ष मिलेंगे. तीन किस्तों में पैसे मिलेंगे। पहली किस्त जल्द मिलेगी. यह पैसा 2 हेक्टेयर जमीन वाले किसानों को दिया जाएगा. यह योजना दिसंबर 2018 से ही लागू हो जाएगी। इसका पूरा खर्च केंद्र सरकार उठाएगी. इससे 12 करोड़ किसानों को फायदा होगा. इसके साथ ही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना को मंजूरी दे गई। इस वर्ष किसान निधि के लिए 75 हजार करोड़ रुपए दिए गए हैं।