काशीपुर: शायद ही ऐसी कोई व्यवस्था होगी जो इस कोरोना महामारी के कारण चौपट ना हुई हो। परिवहन पर तो इसका एकतरफा असर पड़ा है। रेलवे भी नुकसान से बच नहीं सका। आंकड़े बताते हैं कि पूर्वोत्तर रेलवे को पिछले करीब एक महीने में बहुत नुकसान हुआ है। इस बीच कुछ नहीं तो करीब 30 लाख से भी ज्यादा टिकट रद्द हुए हैं।
कोरोना की दूसरी लहर के आने के बाद रेलवे के संचालन पर असर पड़ना शुरू हो गया था। पूर्वोत्तर रेलवे को क्षमता के आधे यात्री भी नसीब नहीं हो पा रहे थे। जानकारी के अनुसार बीते 38 दिनों में पूर्वोत्तर रेलवे को करीब 32 प्रतिशत टिकट रद्द करने पड़े। यही नहीं काशीपुर में तो 50% टिकट यात्रियों ने कैंसल कराए हैं।
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एक अप्रैल से आठ मई तक कुल मिलाकर 38 दिनों में पूर्वोत्तर रेलवे के अलग अलग जगह के स्टेशनों में लगभग 37 लाख टिकट बुक किए गए थे। जिनमें से समान अवधि में 12 लाख टिकट रद्द कराए गए हैं। पूर्वोत्तर रेलवे के स्टेशनों से होकर गुजरने वाली 130 ट्रेनों में से दो तिहाई को 50 फीसदी से भी कम यात्री मिल रहे हैं। कहीं कहीं तो हाल ये हैं कि 20 से 25 फीसदी यात्री मुश्किल से मिल रहे हैं।
इधर, काशीपुर जंक्शन के वाणिज्य अधीक्षक पूरन चंद्र पांडे ने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि काशीपुर जंक्शन में एक अप्रैल से लेकर 20 मई तक कुल टिकट 6364 बुक किए गए। जबकि इसी अंतराल में 3166 टिकट कैंसल भी हुए हैं। पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया है कि कोविड के चलते यात्रियों की संख्या घटने पर कई ट्रेनें रद की गई हैं।
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