Pithoragarh News

पिथौरागढ़: सरकारी स्कूल के 8 बच्चे हुए सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा में सफल

Sainik School Entrance Exam Result: Pithoragarh Success Story:

पता ही नहीं चलता कि छोटी सी उम्र में अपने लक्ष्य का पीछा करते हुए बच्चे कब इतने बड़े निर्णय ले लेते हैं, जिनसे उनका भविष्य तो बनता ही है, साथ ही पूरे परिवार का जीवन स्तर सुधर जाता है। जी हाँ, देश का भविष्य कहे जाने वाले बच्चों द्वारा की हुई मेहनत का उन्हें फल प्राप्त होने में ज़्यादा समय नहीं लगता।

अपना लक्ष्य निर्धारित कर रोज उसे प्राप्त करने के लिए प्रयत्न करने के फायदे अगर इन बच्चों की तरह हर किसी को कम उम्र में ही पता लग जाएं, तो सच में देवभूमि को स्वर्ग बनने से कोई चुनौती नहीं रोक सकेगी। छोटी उम्र में किया हुआ फैसला बड़ी सफलता को अपनी तरफ आकर्षित करता है। यही फैसला मुश्किल से मुश्किल स्थिति पर विजय प्राप्त करने के लिए आपको अभ्यस्त बने रहने की प्रेरणा भी देता है।

हम बात कर रहे हैं पिथौरागढ़ के राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय गुरना के उन आठ बच्चों कि जिन्होंने सैनिक स्कूल की प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण कर ली है। इन सभी बच्चों को मिली सफलता का जितना श्रेय इनकी लगन को जाता है उतना ही श्रेय इनके गुरुजनों के मार्गदर्शन को भी प्राप्त होता है।

गुरु ही वो शक्ति है जो अपने विचारों और शिक्षा से हमारे जीवन में परिवर्तन लाने का सामर्थ्य रखती है। सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों के मार्गदर्शन में बच्चों को प्राप्त हो रही अभूतपूर्व सफलता सभी के लिए गर्व का विषय है। कुछ समय पहले तक प्लेन्स के ही सरकारी स्कूलों में मिलने वाली शिक्षा के स्तर पर सवाल उठाए जाते थे। ऐसे में पर्वतीय क्षेत्र पिथौरागढ़ से सामने आई इस खबर ने हर सरकारी स्कूल के शिक्षक का माथा शान से ऊँचा करने का काम किया है।

सैनिक स्कूल की प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले इन 8 बच्चों के नाम आदित्य पांडे, जयेश सिंह सौन, कुशल, करन कुमार, रिशिका मेहता, पार्थ सिंह, यतीश सिंह, रजत भट्ट हैं। अपनी उपलब्धि से अपने विद्यालय और क्षेत्र का नाम रौशन करने वाले इन सभी बच्चों के लिए स्कूल प्रबंधन द्वारा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।

इन बच्चों को सम्मान समारोह में अपने सभी सहपाठियों, गुरुजनों एवं माता-पिता से शुभकामनाओं के रूप में जो ख़ुशी मिली, वही इनके लिए अपनी उपलब्धि का मनचाहा परिणाम बनती नज़र आ रही थी। सैनिक स्कूल में फ़ौज को बेहतर ढंग से समझने और फौजी का अनुशासन अपनाने के बाद यह सभी बच्चे भारत माता की शान में चार चाँद लगाएं और प्रदेश के बाद देश को गौरवान्वित करें हम सभी यही कामना है।

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