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केदार घाटी में रेस्क्यू, 2013 आपदा की आ गई याद


Kedarnath, Rescue update:- बुधवार देर शाम बदल फटने के कारण केदारनाथ धाम यात्रा में फंसे हजारों यात्रियों को सुरक्षित निकालने के लिए रेस्क्यू काम की शुरुवात की जा चुकी है। बुधवार रात हुए इस हादसे में लगभग 4000 यात्रियों के फंसे होने की खबर सामने आई थी। इस के अलावा केदारनाथ धाम पैदल मार्ग कई स्थानों से क्षतिग्रस्त भी हो गया था, जिसके चलते लोग दहशत में आ गए। फंसे यात्रियों को निकालने के लिए आज सुबह अलग-अलग जगहों पर हेलिकॉप्टर एवं रेस्क्यू टीमों (एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, जिला आपदा प्रबन्धन, जिला पुलिस) के सहयोग से रेस्क्यू अभियान शुरू कर दिया गया है। (Kedarnath Rescue operation)

2013 की आपदा के एहसास ने बढ़ाई दहशत

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बताते चलें कि बुधवार देर शाम साढ़े सात बजे से केदार घाटी में तेज बारिश का सिलसिला शुरू हो गया था। रात करीब साढ़े आठ बजे बिजली की तेज चमक और गर्जना के साथ लिनचोली से भीमबली के बीच बादल फटने की खबर सामने आई थी। लोग 2013 की जैसी आपदा का सोच काफ़ी घबराए हुए थे। यात्रा मार्ग पर दुकान चलाने वाले लोगों के साथ ही अन्य स्थानीय लोग जैसे-तैसे भारी बारिश के बीच ही सुरक्षित स्थान पर पहुंचे और अपनी जान बचाई। इस दौरान गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग को भी भारी क्षति पहुंची है। मंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ने से पैदल मार्ग पर रामबाड़ा में दो पुल और भीमबली में 25 मीटर रास्ता बह गया, जिससे केदारनाथ धाम की यात्रा को फिलहाल रोक दिया गया है। भीमबली से जंगलचट्टी होते हुए गौरीकुंड तक भी पैदल मार्ग को काफी क्षति हुई है। वहीं, लिनचोली से केदारनाथ तक रास्ता कई जगहों पर संवेदनशील हो चुका है। ( Cloud burst in Kedarnath)

सीएम पुष्कर धामी और सतपाल महाराज ने लिया जायजा

प्रशासन व पुलिस ने गौरीकुंड और सोनप्रयाग में समय रहते लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है। केदारनाथ पैदल मार्ग से लेकर सोनप्रयाग तक हुई व्यापक क्षति के बाद राहत व बचाव कार्य के लिए केंद्र से रेस्क्यू के लिए चिनूक हेलिकॉप्टर और एमआई-17 हेलिकॉप्टर भेजे गए। भारी बारिश और बादल फटने से साथ ही फंसे 4000 यात्रियों को आज सुबह सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है। प्रशासन व पुलिस द्वारा 3300 लोगों को पैदल निकला गया है, जबकि 700 यात्रियों को हेलिकॉप्टर द्वारा रेस्क्यू किया गया है। सीएम पुष्कर सिंह धामी और पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और तीर्थयात्रियों से बातचीत कर उनका हौंसला बढ़ाया। प्रशासन ने यहां यात्रियों के लिए भोजन की व्यवस्था भी की है। (CM Pushkar Dhami and Satpal Maharaj visit to Kedar valley)

पुलिस प्रशासन द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर

केदारघाटी में उपजे इन हालात के कारण नेटवर्क की समस्या सामने आई है जिस कारण यात्री अपने परिजनों से संपर्क करने में असमर्थ है। ऐसे में पुलिस अधीक्षक, रुद्रप्रयाग ने यात्रियों व आम-जनमानस की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। रुद्रप्रयाग पुलिस के कंट्रोल रूम के नंबर 7579257572 व पुलिस कार्यालय में व्यवस्थित लैंडलाइन नंबर 01364-233387 को हेल्पलाइन नंबर के तौर पर शुरू किया गया है। इन नंबरों के व्यस्त रहने पर आपातकालीन नंबर 112 पर काॅल करके आवश्यक जानकारी प्राप्त की जा सकती है। (Helpline number during kedarnath Rescue operation)

बारिश की चपेट में आई पांच और जिंदगी

टिहरी के भिलंगना ब्लाॅक में ग्राम पंचायत जखन्याली के नौताड़ में बुधवार की रात बादल फटने से भानुप्रसाद व नीलम की मौत के बाद अब उनके घायल बेटे विपिन (30) की भी मौत हो गई है। उधर, दिल्ली से सहस्रधारा घूमने आए तीन युवक नदी के तेज बहाव में बह गए। इस हादसे में दो युवक इंद्रपाल और भूपिंदर राणा की मौत हो गई, जबकि उनके तीसरे साथी को नदी तट पर मौजूद लोगों ने बचा लिया। राजधानी देहरादून में डील फैक्ट्री के पास बहे दूसरे व्यक्ति अर्जुन सिंह राणा (52) निवासी रायपुर, देहरादून का भी शव बरामद कर लिया गया है, जबकि यहीं बहे सुंदर सिंह (40) निवासी रायपुर, देहरादून का शव बुधवार रात ही मिल गया था। वहीं, विकासनगर में सहसपुर थाना क्षेत्र के कैंचीवाला में आशीष कलूड़ा (34) की भी नाले में डूबने से मौत हो गई।

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