हल्द्वानी: काठगोदाम से नैनीताल के बीच रोपवे बनाए जाने की योजना ने अब तेज़ी पकड़ ली है। रानीबाग क्षेत्र में प्रस्तावित रोपवे पीपीपी मोड में बनाया जाना था, जिसके लिए अब ज़मीन मिलने की गुत्थी भी सुलझती दिख रही है। वाहनों का दबाव कम करने के लिए शुरू होने जा रहा रोपवे निर्माण सालाना कम से कम एक लाख दस वाहनों से तो दबाव कम करेगा। सरकार ने बताया था कि इस प्रोजेक्ट के बाद यहां रह रहे लोगों के लिये रोजगार के साधन भी पैदा होंगे।
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बता दें कि रानीबाग से नैनीताल के बीच स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए रोपवे तैयार किया जाएगा। करीब 550 करोड़ की लागत से 11.2 किमी के क्षेत्र में बनने वाला रोपवे पीपीपी मोड में बनाया जाना तय हुआ था। रोपवे निर्माण का टेंडर पहले ही जारी हो चुका था मगर ज़मीन अब तक फाइनल नहीं हो पाई थी, लेकिन ताज़ा जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री ने इस रोपवे निर्माण में तेज़ी लाने की बात कही थी। जिसके बाद भूमि की समस्या दूर करते हुए एचएमटी परिसर में ज़मीन उपलब्ध कराने का निर्देश सचिव राजस्व की दे दिया गया है।
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बदलेगी हल्द्वानी तहसील भवन की जगह और तस्वीर
अनेकों योजनाओं का विवरण देते हुए मुख्यमंत्री रावत ने हल्द्वानी स्थित तहसील भवन को शहर से बाहर शिफ्ट कर उसका कायाकल्प करने का प्लान बनाया है। जानकारी के अनुसार तहसील भवन को मिनी सचिवालय के रूप में तब्दील किया जाएगा। इसमें बहुमंजिली इमारत बनेगी ताकि बाकी कार्यालय भी इसके अंदर शिफ्ट किए जा सकें। इसके अलावा इसके अंदर पार्किंग की सुविधा उपलब्ध रहेगी। बता दें कि अभी हल्द्वानी तहसील भवन रोडवेज के बराबर में स्थित है।
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