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हल्द्वानी को भरोसा,क्रिकेट के मैदान पर युवा रोशन करेंगे नाम, पहले भी स्थापित किए हैं कई रिकॉर्ड


हल्द्वानी: सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के लिए उत्तराखंड टीम का चयन हो गया है। राज्य के क्रिकेट फैंस को उम्मीद है कि टीम टी-20 में शानदार प्रदर्शन करेगी। इस टीम में हल्द्वानी के चार खिलाड़ी भी शामिल हैं। सौरभ रावत, दीक्षांशु नेगी, मयंक मिश्रा और पीयूष जोशी। सभी खिलाड़ियों ने उत्तराखंड के लिए शानदार प्रदर्शन किया है। सौरभ, दीक्षांशु और मयंक को टीम की रीढ़ हैं, वहीं पीयूष सीनियर टीम में नए जरूर हैं लेकिन जूनियर लेवल पर शानदार रिकॉर्ड के चलते ही उन्हें टीम में शामिल किया है। चलिए सभी के रिकॉर्ड्स पर नजर डालते हैं।

सौरभ रावत:यह खिलाड़ी टीम की सबसे बड़ी कड़ी रहा है। पिछले दो सीजन में सौरभ रावत टीम के सबसे बड़े खिलाड़ी के रूप में उभरे हैं। बल्लेबाजी का उनका अपना ही अंदाज है। वह तीनों प्रारूप में टीम के अभिन्न सदस्य रहे हैं। राज्य के लिए रणजी ट्रॉफी में पहला दोहरा शतक भी रावत के नाम है। इसके अलावा पिछले साल रणजी ट्रॉफी में रावत के बल्ले से टीम का पहला शतक निकला था। फैंस को उम्मीद है कि जो रिकॉर्ड सौरभ का सफेद कपड़ों में है उसे वह रंगीन कपड़ों में भी दोहराने की कोशिश करेंगे। पिछले साल रणजी ट्रॉफी में सौरभ ने 18 पारियों में 432 रन बनाए। उनके बल्ले से 1 शतक और दो फिफ्टी भी निकली।

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जबकि विजय हजारे और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उन्होंने ताबडतोड़ बल्लेबाजी की थी। उन्होंने विजय हजारे में करीब 112 के स्ट्राइक रेट से 124 रन बनाए थे। वहीं सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में 135.6 के स्ट्राइक रेट से 156 रन बनाए। विजय हजारे में सौरभ ने असम के खिलाफ 6 छक्के जमाए थे। इसके अलावा चंडीगढ़ के खिलाफ उन्होंने टीम की कमान भी संभाली थी। उत्तराखंड के लिए पिछला रणजी ट्रॉफी सीजन किसी बुरे सपने की तरह रहा था। टीम को एक भी मैच में जीत हासिल नहीं हुई थी। हालांकि वनडे में बारिश ने टीम के खेल बिगाड़ा तो वहीं टी-20 में उत्तराखंड का प्रदर्शन औसत रहा था।

दीक्षांशु नेगी: यह खिलाड़ी उत्तराखंड टीम से जुड़ने से पहले टी-20 विषेशज्ञ के नाम से विख्यात था। चयन के वक्त भी सवाल खड़े हुए थे लेकिन सीजन खत्म होते-होते ये खिलाड़ी राज्य के लिए रणजी ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाला बल्लेबाज बना। दीक्षांशु नेगी उत्तराखंड के लिए खेलने से पहले केपीएल का हिस्सा रहे थे। उन्होंने इस टूर्नामेंट में कुल 5 सीजन भाग लिया और कई अहम पारियां भी खेली। दीक्षांशु बल्ले से ही नहीं गेंदबाजी से भी योगदान देते हैं। पिछले साल रणजी ट्रॉफी में उन्होंने 450 रन बनाए और राज्य की ओर से सत्र में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। दिक्षांशु ने रणजी के 9 मुकाबले में 450 रन बनाए। उनके बल्ले से तीन फिफ्टी निकली। उनका बेस्ट 81 रहा। 17 पारियों में 3 बार वह नॉट आउट रहे। इस बार टी-20 टूर्नामेंट सबसे पहले हो रहा है और फैंस को उम्मीद है कि नेगी इस बार टी-20 फॉर्मेंट में कमाल का प्रदर्शन करेंगे।

मयंक मिश्रा:लेफ्ट आर्म स्पिनर मयंक मिश्रा पिछले साल सैयद मुश्ताक ट्रॉफी में हैट्रिक जमाई थी। ऐसा करने वाले वह पहले गेंदबाज बनें थे। गोवा के खिलाफ इतिहास रचने वाली मिश्रा ने फैंस को एक बार फिर ऐसी ही उम्मी है। इसके अलावा राज्य के लिए सीजन में सबसे ज्यादा विकेट लेने वालों की सूची में भी वह शामिल थे।उनके खाते में 6 मुकाबलों में 18 विकेट रहे। पूरे सीजन में उन्होंने 27 विकेट हासिल किए। विजय हजारे में मयंक बेस्ट इकोनॉमी के मामले में सबसे आगे रहे थे। उत्तराखण्ड ने सिक्किम को 253 रनों से हराकर रिकॉर्ड जीत हासिल की। इस मुकाबले में मयंक ने 4.1 ओवर में 3 मेडन डाले और 2 विकेट भी लिए। इस दौरान उन्होंने केवल 2 रन दिए। पहले ही मैच में अपने प्रदर्शन से मयंक बेस्ट इकोनॉमी (0.48) गेंदबाजों ( एक पारी ) की सूची में पहले नंबर पर काबिज रहे।

पीयूष जोशी: साल 2018 में पीयूष जोशी ने सीके नायडू ट्रॉफी में दोहरा शतक जमाया था। डेब्यू में दोहरा शतक जमाने के बाद से वह सुर्खियों में रहे थे। वह सीनियर टीम का हिस्सा भी रहे। हालांकि उनका सीनियर टीम में करियर नया है लेकिन उन्हें सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में जगह मिली है। जोशी शानदार बल्लेबाज होने के अलावा शानदार फिल्डिंग के लिए भी जाने जाते हैं। शहर के क्रिकेट फैंस को उम्मीद है कि सौरभ, दीक्षांशु और मयंक की तरह पीयूष भी टीम के लिए शानदार प्रदर्शन कर नाम रोशन करेंगे।

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