बागेश्वर: गरुण तहसील के भतडिया गांव में एक पिता काफी परेशान हैं। दरअसल उनका बेटा बीते 16 महीनों से ईरान में फंसा हुआ है। पिता मदन सिंह को बेटे की चिंता सता रही है। इसी क्रम में अब उन्होंने ने उप जिलाधिकारी जयवर्धन शर्मा से बेटे को घर लाने का निवेदन किया है।
पिता मदन सिंह के मुताबिक उनका पुत्र नवीन फरवरी 2020 में अपने पांच अन्य साथियों के साथ ईरान गया था। वहां वह फ्रेशर के तौर पर जहाज में कुक के पद पर नौकरी करने गया था। बताया कि 13 फरवरी को ओमान जाते वक्त जहाज के चालक ने रौब दिखाकर कुछ बॉक्स जहाज में डलवाए तो सभी ने उसका विरोध किया।
इसके बाद 21 फरवरी की सबह को चेकिंग के दौरान ईरान नेवी को बॉक्सों में कुछ मादक पदार्थ मिले। जिसके बाद चालक समेत सभी को गिरफ्तार कर चाहबहार सेंट्रल जेल में डाल दिया गया। लेकिन आठ मार्च को सिटी कोर्ट द्वारा पांचों को रिहा भी कर दिया गया।
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इसके बाद ये हुआ कि जब वे अपना पासपोर्ट व सीडीसी लेने नारकोटिक्स ऑफिस गए तो उन्हें भगा दिया गया। जिसके कुछ दिन बाद उन्हें मालूम चलता है कि कोनार्क कोर्ट द्वारा ये मामला उच्च अधिकारी को तेहरान भेज दिया। 23 जून को ईरान के सुप्रीम कोर्ट ने फैसला किया कि मामले में अभी जांच की जानी है।
मदन सिंह ने बताया कि उसका बेटा नवीन सिंह निर्दोश है तथा बेकार में ही इतनी परेशान झेल रहा है। बिना किसी नौकरी, बिनी किसी घर और बिना अनुभव के वह कैसे गुजारा करेगा। उन्होंने कहा इसके पीछे जहाज के चालक व मालिक का ही हाथ होगा। उन्होंने विदेश मंत्री से पहल कर अपने निर्दोष बेटे को वापस भारत लाने की गुहार लगाई है। साथ ही उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है।
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