Kainchi Dham Bypass project:- उत्तराखंड में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा कई परियोजनाएं लाई जा रही हैं। पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण, उत्तराखंड में पर्यटकों को सफर के दौरान काफ़ी मुश्किलात का सामना करना पड़ता हैं। ऐसे में उत्तराखंड के प्रसिद्ध स्थलों पर सफर करना थोड़ा और मुश्किल हो जाता है। उत्तराखंड के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल कैंची धाम आश्रम में भी पर्यटकों और श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है। इस कारण यहां पर ट्रैफिक संभालना कठिन हो जाता है।
हर साल 15 जून को मंदिर का स्थापना दिवस मनाया जाता है। उस वक्त कैंची धाम मेले में भक्त हजारों की तादाद में यहां पहुंचते हैं। वीकेंड्स पर भी यहां काफी भीड़ लगी रहती है। ऐसे में यहां आने वाले श्रद्धालुओं को हाईवे पर जाम से जूझना पड़ता है। इस समस्या से निजात दिलाने के लिए, सरकार द्वारा यहां पर बाईपास के साथ 325 मीटर लंबी सुरंग बनाने की योजना प्रस्तावित की गई है। बता दें कि कैंचीधाम में जाम की समस्या को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कैंचीधाम बाईपास निर्माण की घोषणा की थी, जिस पर अब काम शुरू हो गया है।
कैंची धाम में करीब दो किमी लंबे बाईपास के निर्माण की बात सरकार द्वारा की गई है। साथ ही 325 मीटर लंबी सुरंग की बात भी रखी गई है, जिससे यहां को आने वाले श्रद्धालुओं का सफर सुगम और सुरक्षित बने रहेगा। कैंची धाम बायपास का यह निर्माण कार्य भवाली सेनेटोरियम एचपी बैंड से शुरू होगा, जो दो किमी बाद रातीघाट में पेट्रोल पंप के पास पुरानी सड़क पर जा कर मिलेगा। मंदिर को ना जाने वाले वाहनों के लिए ये रास्ता बिना जाम से जूझे सीधे रातीघाट पर निकल जाएगा। बाईपास मार्ग और सुरंग की सैद्धांतिक मंजूरी के बाद लोनिवि के एनएच खंड ने एलाइनमेंट रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेज दी है। एलाइनमेंट फाइनल होते ही डीपीआर बनाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। अनुमान लगाया जा रहा है कि ये परियोजना करीब 80 करोड़ रुपये की लागत में बन कर तैयार होगी।
इसके साथ ही कैंचीधाम मंदिर के पास 500 वाहनों की क्षमता की पार्किंग का भी निर्माण प्रस्तावित है। पार्किंग का निर्माण कुमाऊं मंडल विकास निगम की ओर से कराया जाएगा।