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ये बढ़िया है, सबसे बड़े जलवायु सम्मेलन के लिए स्कॉटलैंड जाएंगे देवभूमि के दो भाई-बहन

ये बढ़िया है, सबसे बड़े जलवायु सम्मेलन के लिए स्कॉटलैंड जाएंगे देवभूमि के दो भाई-बहन

नैनीताल: प्रतिभा से प्रदर्शन तक का सफर मुश्किल जरूर होता है। मगर देवभूमि के युवा इसे आसान बनाकर हमेशा ही गर्व महसूस कराते हैं। इस दफा दो भाई-बहनों ने राज्य को गौरव के पल दिए हैं। दरअसल अल्मोड़ा के जन्मेजय तिवारी और नैनीताल उच्च न्यायालय की अधिवक्ता स्निग्धा तिवारी 31 अक्तूबर से स्कॉटलैंड में होने जा रहे संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन (कॉप 26) में हिस्सा लेंगी।

गौरतलब है कि 31 अक्तूबर से 12 नवंबर तक स्कॉटलैंड के ग्लास्गो शहर में यह सम्मेलन होने जा रहा है। जिसमें दुनिया के 197 राष्ट्रों के राष्ट्राध्यक्ष, जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में काम कर रहीं संस्थाएं आदि भाग लेंगी। साथ ही भारत के प्रधानमंत्री, अमेरिका, फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री भी सम्मेलन में शामिल होने वाले हैं। 

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जन्मेजय और स्निग्धा को इस सम्मेलन में प्रतिनिधि के रूप में यूनाइटेड नेशंस क्लाइमेट चेंज कांफ्रेंस (यूएनएफसीसीसी) ने पंजीकृत किया है। खास बात ये है कि दोनों को जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण के क्षेत्र में कार्यरत संस्थाओं के साथ काम के अनुभवों को साझा करने के लिए नामित किया गया है। इस वैश्विक सम्मेलन के लिए दोनों भाई-बहन 29 अक्तूबर को दिल्ली से रवाना होंगे।

कॉप 26 सम्मेलन में जहां स्निग्धा आठ नवंबर को ब्रिटेन की हाउस ऑफ लॉर्ड्स की वरिष्ठ सदस्य नताली बैनेट की अध्यक्षता में होने वाली एक महत्वपूर्ण बैठक में हिस्सा लेंगी। जिसमें वह हिमालयी क्षेत्रों के प्राकृतिक आपदा एवं अनियोजित विकास पर अपनी अध्ययन रिपोर्ट पेश करेंगी। स्निग्धा तिवारी एशिया प्रशांत क्षेत्र के देशों की ओर से ग्लोबल ग्रीन के प्रतिनिधि के रूप में निर्वाचित हुई हैं।

वहीं दूसरी तरफ जलवायु आंदोलन पर स्थानीय स्तर पर सामुदायिक संगठन की महत्ता पर मेंबर ऑफ यूरोपियन पार्लियामेंट के साथ चर्चा में जन्मेजय शामिल रहेंगे। गौरतलब है कि जन्मेजय स्वीडन, ताइवान, लिवरपूल में अनेक वैश्विक सम्मेलनों में भागीदारी कर चुके हैं।  वह 10 नवंबर को ग्लोबल साउथ, ग्लोबल नॉर्थ के बीच जलवायु परिवर्तन के संकट से निपटने की साझेदारी पर मेंबर ऑफ स्कॉटिश पार्लियामेंट की अध्यक्षता में होने वाले सेशन में अपनी बात रखेंगे। उत्तराखंड वाकई बहुत गर्व महसूस कर रहा है।

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