हल्द्वानी: अधिकारियों और जनता में एक अदृश्य दूरी हमेशा ही रहती है। कुछ अधिकारियों तक पहुंच पाना जरा मुश्किल काम होता है। लेकिन नैनीताल में ऐसा नहीं है। नैनीताल के जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल जनता व जमीने से जुड़े अधिकारी के रूप में जाने जाते हैं।
इसी बात की एक और मिसाल गुरुवार को देखने को मिली। गुरुवार को डीएम गर्ब्याल द्वारा जनता दरबार का आयोजन किया गया था। जिसमें अलग-अलग क्षेत्रों से कुल 29 लोग समस्या लेकर पहुंचे। दरबार में मामलों को सुना गया। कई मामलों का निपटारा मौके पर ही कर दिया गया।
इसके अलावा जो कुछ भी मामले थे उनमें अफसरों को तय समय में राहत दिलाने के निर्देश दे दिए गए हैं। इसी जनता दरबार में गौलापार के खेड़ा गांव निवासी ममता आर्य अपनी परेशानी लेकर पहुंची। दरअसल बीते मई महीने में ममता के पति की कोरोना से मौत हो गई थी।
ऐसे में परिवार पर आर्थिक संकट आ गया था। दो बच्चों की पढ़ाई में दिक्कत आ रहीं थी। गुरुवार को ममता डीएम के पास अपनी परेशानी लेकर पहुंचीं तो डीएम ने दोनों बच्चों ओम व आरोही का दोगांव स्थित डान बॉस्को स्कूल में एडमिशन करा दिया।
इसके अलावा डीएम ने प्रोबेशन अधिकारी को वात्सल्य योजना से भी लाभ दिलाने के निर्देश दिए हैं। बता दें कि जनता दरबार में जिलाधिकारी गर्ब्याल ने कई जन समस्याओं को सुना। जिसमें अलग अलग कॉलोनी व क्षेत्र से लोग तरह तरह की समस्याएं लेकर पहुंचे थे।