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उत्तराखंड में अबतक ध्वस्त की गईं 100 मजारें! वन विभाग का आगे का प्लान क्या है ?

देहरादून: प्रदेश के जंगलों में अतिक्रमण कर बनाए गए धार्मिक स्थलों के संबंध में राज्य सरकार ने पहले ही अपनी मंशा साफ कर दी थी। अब इसी क्रम में करी 100 मजारें तोड़ दी गई हैं। वन विभाग की मानें तो एक हजार से भी ज्यादा धार्मिक स्थलों को वन भूमि पर अतिक्रमण करते हुए बनाया गया है। फिलहाल अभी और भी ऐसे स्थान निशाने पर हैं।

गौरतलब है कि सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी हाल में एक कार्यक्रम में बताया था कि प्रदेश की वन भूमि पर अतिक्रमण कर तेजी से धार्मिक स्थलों का निर्माण किया जा रहा है। इसके बाद शासन के निर्देश के क्रम में वन मुख्यालय ने रिपोर्ट तैयार करवाई थी और इसके उपरांत ही विभागीय अधिकारियों को इन्हें हटाए जाने के निर्देश दिए थे। अब ये काम शुरू भी हो चुका है।

रिपोर्ट्स के अनुसार विभाग के अधिकारियों ने गढ़वाल मंडल में 2294 और कुमाऊं मंडल में 9490 हेक्टेयर वन क्षेत्र में अतिक्रमण की जानकारी दी है। वहीं, वन्य जीव विहार के 75 हेक्टेयर में अतिक्रमण है। जानकारी के मुताबिक वर्तमान में अब तक लगभग 100 मजारें ध्वस्त की गई है। हालांकि,अब तक किसी मंदिर को ध्वस्त करने की सूचना नहीं है।

बता दें कि इस मामले में वन मुख्यालय ने मुख्य वन संरक्षक डा.पराग मधुकर धकाते को नोडल अधिकारी बनाया है। धकाते का कहना है कि इस मामले में रेंज स्तर से रिपोर्ट मांगी है। बताया जा रहा है कि जीपीएस के माध्यम से भी इस तरह के स्थलों का पता लगाया जाए। देखना होगा कि आने वाले दिनों में सरकार और विभाग की तरफ से क्या और कार्रवाई होती हैं।

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