उत्तराखंड में कोरोना वायरस मामलों की संख्या बढ़ तो रही है लेकिन रिकवरी रेट भी 80 प्रतिशत से ज्यादा है। राज्य में बाहर से आने वालों के वजह से कोरोना वायरस के मामले बढ़े है लेकिन पिछले कुछ दिन से बिना ट्रैवल हिस्ट्री के कई मामले सामने आए हैं जो हेल्थ डिपार्टमेंट के लिए सिर दर्द बन गए हैं। ऊधमसिंह नगर में पिछले 4 दिन में 51 मामले सामने आए हैं। जिले में पांच दिनों के भीतर 16 कोरोना पॉजिटिव ऐसे मिले हैं जो किसी करीबी के संपर्क में आने से संक्रमित हुए हैं। इसके अलावा 25 से अधिक ऐसे पॉजिटिव केस हैं, जिनकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है।
ये आंकड़े विभाग के लिए सिर दर्द बन गए हैं और उन्हें रोकना व ट्रेस करना किसी कठिन चुनौती से कम नहीं हैं। जिले के भीतर कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए अब तक 20 से अधिक कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। सीएमओ देवेंद्र पंचपाल का कहना है कि बगैर यात्रा इतिहास और क्लोज कॉन्टेक्ट में आने से चुनौतियां बढ़ी हैं। कोरोना से बचाव का सबसे आसान तरीका है सामाजिक दूरी का पालन। जहां इस तरह के केस आ रहे हैं, वहां कंटेनमेंट जोन बनाए जा रहे हैं। कोरोना वायरस से बचाव के लिए सरकार की गाइडलाइन का पालन करना चाहिए।
बता दें कि जिले में मंगलवार को कुल 24 कोरोना पॉजिटिव मामलों में सिर्फ एक संक्रमित ही दूसरे राज्य दिल्ली से लौटा था। इनमें छह लोग क्लोज कॉन्टेक्ट में आने से व 17 लोग स्वास्थ्य जांच में कोरोना के लक्षण मिलने के बाद पॉजिटिव निकले। रुद्रपुर के जगतपुरा और पंतनगर के हल्दी में मंगलवार पांच लोगों के बिना ट्रैवल हिस्ट्री के कोरोना संक्रमित मिले जिसके बाद दो कंटेनमेंट जोन बनाए गए।