देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना वायरस के मामले सामने आ रहे हैं। कोरोना वायरस के वजह से अर्थव्यवस्था की रीढ़ पर्यटन उद्योग को काफी चोट पहुंची है। उसे दोबारा पटरी पर लाने के लिए सैलानियों के क्वारंटाइन अवधि को कम किया है । इसी बीच पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज चाहते हैं कि सैलानियों के क्वारंटाइन वक्त को 7 की जगह 3 दिन कर देना चाहिए। मंत्री महाराज ने सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को सुझाव दिया है कि गोवा, राजस्थान की तर्ज पर प्रदेश में पर्यटन को खोला जाना चाहिए।फिलहाल राज्य में क्वारंटाइन का नियम बिना कोविड टेस्ट के आने वाले पर्यटकों के लिए है। उन्हें 7 दिन की होटल बुकिंग के पश्चात ही राज्य में एंट्री मिल रही है। वहीं, आईसीएमआर से मान्यता प्राप्त लैब से 72 घंटे के भीतर कोविड टेस्ट कराने वाले पर्यटक प्रदेश में कहीं भी भ्रमण कर सकते हैं।
आंकड़ों की मानें तो कोरोना काल में प्रदेश में पर्यटन उद्योग को लगभग पांच हजार करोड़ से अधिक नुकसान होने का अनुमान है। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि गोवा और राजस्थान ने पर्यटन को पूरी तरह खोल दिया है। इसी तरह के कदम प्रदेश में उठाए जाने चाहिए। मुख्यमंत्री से पर्यटकों के लिए क्वारंटीन की अवधि कम कर तीन दिन करने का आग्रह किया है। रेस्टोरेंट को भी सुबह 10 से 12 बजे खोलने का समय होना चाहिए।
जब होटल व रेस्टोरेंट खुलेंगे तभी बाहरी राज्यों से पर्यटक उत्तराखंड आएंगे और दोबारा से पर्यटन व्यवसाय गति पकड़ेगा। वहीं चारधाम यात्रा को दूसरे राज्यों के लोगों के लिए भी खोल देना चाहिए। यदि सरकार सीमित संख्या और कोविड के दिशानिर्देशों के तहत बाहरी राज्यों के तीर्थ यात्रियों को दर्शन की अनुमति देती है तो इससे पर्यटन कारोबार की गति मिलेगी।
सरकार ने चारधाम यात्रा को प्रदेश के लोगों के लिए खोला है। लेकिन, बाहरी राज्यों से आने वाले तीर्थ यात्रियों को यात्रा में अनुमति नहीं है। देवस्थानम बोर्ड ने बदरीनाथ, केदरानाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री में दर्शन के लिए यात्रियों की संख्या सीमित की है।