हल्द्वानी:प्रदेश में बारिश का कहर जारी है। पहाड़ों में हो रही बारिश रोज नकारात्मक घटनाओं का कारण बन रही है। मैदानी क्षेत्र में नदियां और नालों उफान पर है जो यात्रियों की जान के लिए खतरनाक साबित हो रहे हैं। बारिश के चलते
बदरीनाथ हाईवे पांचवें दिन भी लामबगड़ में बंद पड़ा हुआ है। इससे तीर्थयात्रियों को पैदल यात्रा करनी पड़ रही है। केदारनाथ यात्रा सुचारु है। रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड, ऋषिकेश-बदरीनाथ व ऊखीमठ-गोपेश्वर राजमार्ग पर यातायात जारी है। रुद्रप्रयाग जनपद में 7 संपर्क मार्ग बंद पड़े हुए हैं।
मंगलवार को राज्य के अधिकर शहरों में बादल छाए हुए हैं और राजधानी में झमाझम बारिश हो रही है। मौसम विभाग की मानें तो राज्य में फिलहाल इस तरह का माहौल ही बना रहेगा। मौसम केंद्र प्रभारी बिक्रम सिंह ने बताया कि पूरे दिन में एक से दो दौर की बारिश हो सकती है। इन दिनों क्षेत्र में टमाटर, अदरक, मूली, हरी मिर्च की पैदावार हो रही है, लेकिन सड़क बंद होने से फसल मंडी तक पहुंचाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अगस्त में हुई झमाझम बारिश ने पिछले तीन वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। चंपावत, बागेश्वर और नैनीताल में मूसलाधार बारिश हुई है, जबकि पिथौरागढ़, अल्मोड़ा और ऊधमसिंह नगर में सामान्य से कम बदरा बरसे हैं।
वर्ष 2015 में बदरा कम बरसे थे। सामान्य से कम ही बारिश सभी छह जिलों में हुई थी, जबकि इस बार मानसून सामान्य रहने के कारण बदरा झमकर बरस रहे हैं। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह का कहना है कि कुमाऊं में अभी और अच्छी बारिश होगी।